Maa Laxmi Upay: मां लक्ष्मी को न अर्पित करें ये चीजें, वरना झेलनी पड़ सकती है नाराजगी
हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है। माना जाता है कि लक्ष्मी जी की आराधना करने से साधक को आर्थिक समृद्धि प्राप्त हो सकती है। साथ ही कुछ ऐसी चीजों को का भी वर्णन किया गया है जिन्हें लक्ष्मी जी को अर्पित नहीं करना चाहिए। वरना इसका विपरीत परिणाम भी प्राप्त हो सकता है और साधक लक्ष्मी जी की कृपा से वंचित रह जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Goddess Lakshmi: माना जाता है कि जिस व्यक्ति पर लक्ष्मी मां की कृपा बरसती है, उसे कभी भी पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं, माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन सबसे उत्तम माना गया है। लेकिन लक्ष्मी माता की पूजा के दौरान कुछ नियमों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि लक्ष्मी जी को पूजा के दौरान कौन-सी चीजें अर्पित नहीं करनी चाहिए।
न चढ़ाएं ये फूल
भगवान शिव की पूजा में आक के फूल जिन्हें आंकड़े का फूल भी कहा जाता है, का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन मां लक्ष्मी को आंकड़े का फूल भूलकर भी नहीं चढ़ाने चाहिए। इसके साथ ही माता को कनेर के फूल या फिर सफेद रंग के फूल जैसे - चंपा, रातरानी और मोगरा आदि के फूल अर्पित करना भी शुभ नहीं माना गया।
जरूर रखें इस बात का ध्यान
भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल जरूरी रूप से किया जाता है और इसके बिना उनका होगा अधूरा माना जाता है। लेकिन वहीं, माता लक्ष्मी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करना सही नहीं माना जाता। इसलिए इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।यह भी पढ़ें - Maa Laxmi Puja: धन लाभ के बनेंगे योग, करियर में मिलेगी सफलता, ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न
न करें ये काम
मान्यता है कि शाम के समय किसी दूसरे व्यक्ति को नमक नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। वहीं, शुक्रवार के दिन पैसों का लेनदेन करना शुभ नहीं माना जाता और न ही इस दिन किसी को चीनी या फिर चांदी का दान देना चाहिए।इस बातों का ध्यान न रखने पर साधक को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शास्त्रों में माना गया है कि जो व्यक्ति सुबह देर तक सोते हैं, उनसे माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'