Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर जरूर करें भगवान शिव के इस प्रिय स्तोत्र का पाठ
Mahashivratri 2023 आज देशभर में भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आज के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। आइए पढ़ते हैं दरिद्र दहन शिव स्तोत्र-
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sat, 18 Feb 2023 09:22 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Mahashivratri 2023: आज देशभर में महाशिवरात्रि पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आज के दिन भगवान शिव की उपासना करने से सभी कष्ट और दुःख दूर हो जाते हैं और भक्तों को जीवन में सुख-समृद्धि एवं धन-धान्य का आशीर्वाद मिलता है। शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के प्रिय मंत्रों का जाप करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और महादेव का आशीर्वाद साधक पर सदैव बना रहता है। ऐसा ही एक मंत्र है दरिद्र दहन शिव स्तोत्र, जिसका जाप करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। आइए पढ़ते हैं-
दरिद्र दहन शिव स्तोत्र (Mahashivratri 2023 Daridra Dahan Shiv Stotra)विश्वेश्वराय नरकार्णव तारणाय
कर्णामृताय शशिशेखर धारणाय ।कर्पूरकांति धवलाय जटाधराय
दारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।गौरी प्रियाय रजनीशकलाधरायकालान्तकाय भुजगाधिप कंकणाय ।गंगाधराय गजराज विमर्दनायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।भक्तिप्रियाय भवरोग भयापहाय
उग्राय दुर्गभवसागर तारणाय ।ज्योतिर्मयाय गुणनाम सुनृत्यकायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।चर्माम्बराय शवभस्म विलेपनायभालेक्षणाय मणिकुंडल मण्डिताय ।मंजीर पादयुगलाय जटाधरायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।पंचाननाय फनिराज विभूषणायहेमांशुकाय भुवनत्रय मण्डिताय ।आनंदभूमिवरदाय तमोमयायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।
भानुप्रियाय भवसागर तारणायकालान्तकाय कमलासन पूजिताय ।नेत्रत्रयाय शुभलक्षण लक्षितायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।रामप्रियाय रघुनाथवरप्रदायनागप्रियाय नरकार्णवतारणाय ।पुण्येषु पुण्यभरिताय सुरर्चितायदारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।मुक्तेश्वराय फलदाय गणेश्वरायगीतप्रियाय वृषभेश्वर वाहनाय ।मातंग चर्मवसनाय महेश्वराय
दारिद्र्य दु:ख दहनाय नम: शिवाय ।।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।