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Mandir Ke Niyam: मंदिर की सफाई के दौरान ध्यान रखें ये जरूरी बातें, नहीं झेलनी पड़ेगी लक्ष्मी मां की नाराजगी

Mandir se Jude Niyam पूजा घर या मंदिर को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। घर के मंदिर में लोग अपने-अपने तरीके से अपने आराध्य देव की पूजा करते हैं। पूजा का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए यह जरूरी है कि मंदिर की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाए। ऐसे में आइए जानते हैं मंदिर की पूजा से जुड़े कुछ जरूरी नियम।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 10 Jan 2024 12:00 AM (IST)
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Mandir Ke Niyam मंदिर की सफाई के दौरान ध्यान रखें ये जरूरी नियम।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mandir Ke Niyam in Hindi: प्रत्येक धर्म की अपनी मान्यताएं और अपना धार्मिक स्थल होता है जहां उस धर्म के अनुयायी अपने आराध्य की आराधना करते हैं। हिंदू धर्म में मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की जाती है। इसके साथ ही लोग घर में भी मंदिर बनाकर ईश्वर की पूजा-अर्चना करते हैं। क्योंकि मंदिर घर का सबसे पवित्र स्थान होता है, ऐसे में इसकी स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। तभी साधक को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सकता है।  

इस दिन करें मंदिर की सफाई

आप चाहे तो रोजाना अपने मंदिर के साफ-सफाई कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके पास इसका समय नहीं है, तो ऐसे में शनिवार के दिन मंदिर के सफाई करना अच्छा माना गया है। ऐसा माना जाता है, कि शनिवार के दिन मंदिर की सफाई करने से व्यक्ति के आर्थिक संकट दूर होते हैं।

इस तरह करें सफाई

सफाई करते समय सबसे पहले पूजा घर में गंगाजल का छिड़काव करें। ऐसा करने से मंदिर की शुद्धता बनी रहती है, साथ ही सकारात्मक भी बनी रहती है। साथ ही गंगाजल का छिड़काव करने से लक्ष्मी माता का भी वास बना रहता है।

इस बातों का भी रखें ध्यान

पूजा के दौरान दीपक भी मुख्य रूप से जलाया जाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि रोजाना पूजा से पहले दीपक की अच्छे से सफाई की जाए। जब आप पूजा घर की सफाई करें, तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि देवी-देवता की प्रतिमा या उनकी तस्वीर को सीधा जमीन पर या नीचे न रखें। मूर्ति रखने से पहले इनके नीचे  साफ कपड़ा बिछाएं या इन्हें किसी ऊंचे स्थान पर रखें।

इस दिन न करें सफाई

जिस प्रकार शनिवार का दिन सफाई करने के लिए उत्तम माना जाता है। ठीक उसी प्रकार कुछ ऐसे दिन भी माने गए हैं जिस दिन भूलकर भी मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरुवार और एकादशी के दिन मंदिर की सफाई करना शुभ नहीं माना जाता।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'