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जुलाई में दूसरी बार पड़ रही है Masik Karthigai, भगवान कार्तिकेय की कृपा के लिए करें ये काम

प्रत्येक माह में कृतिका नक्षत्र के दिन मासिक कार्तिगाई का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पर भगवान कार्तिकेय के निमित्त मुख्य द्वार पर दीया जलाने से शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं इसकी विधि।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Fri, 05 Jul 2024 04:28 PM (IST)
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Masik Karthigai भगवान कार्तिकेय की कृपा के लिए करें ये काम।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Karthigai 2024 Date: मुख्य रूप से दक्षिण भारत में मनाए जाने वाले मासिक कार्तिगाई को कार्तिगाई दीपम के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार तमिल लोगों द्वारा मनाया जाने वाले सबसे पुराना त्योहारों है। इस पर्व पर शाम के समय घरों और गलियों में तेल के दीप एक कतार में जलाएं जाते हैं। ऐसे में जुलाई के माह में मासिक कार्तिगाई का पर्व 29 जुलाई 2024, सोमवार के दिन मनाया जाएगा। चलिए जानते हैं कि आप किस तरह इस दिन भगवान कार्तिकेय की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

इस दिशा में रखें दीपक की लौ

मासिक कार्तिगाई के दिन दीपक जलाते समय सही दिशा का भी ध्यान रखना भी जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य द्वार पर दीपक को इस तरह जलाना चाहिए कि दीपक की लौ पूर्व दिशा में हो। इससे व्यक्ति को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। वहीं, अगर आप मासिक कार्तिगाई के दिन दीपक की लौ को उत्तर दिशा में रखते हैं, तो इससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।

करें इन मंत्रों का जाप

मासिक कार्तिगाई के दिन आप मुख्य द्वार पर दीपक जलाते समय समये आप इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं -

दीपज्योति: परब्रह्म:

दीपज्योति: जनार्दन:

दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नमोस्तुते…

शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखं सम्पदां

शत्रुवृद्धि विनाशं च दीपज्योति: नमोस्तुति…

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ध्यान रखें ये बातें

ऐसा माना जाता है कि मासिक कार्तिगाई की शाम को मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से वास्तु दोष खत्म होता है। ऐसे में आप इस दिन तेल या फिर घी का दीपक जला सकते हैं। इस दिन मिट्टी से बना दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही आटे का दीपक भी मुख्य द्वार पर प्रज्वलित कर सकते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।