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Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि पर इस स्तोत्र का करें पाठ, सुख और शांति की होगी प्राप्ति

सनातन धर्म में मासिक शिवरात्रि पर देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस बार चैत्र माह में मासिक शिवरात्रि आज यानी 07 अप्रैल को मनाई जा रही है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि की पूजा के दौरान शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sun, 07 Apr 2024 07:00 AM (IST)
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Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि पर इस स्तोत्र का करें पाठ, सुख और शांति की होगी प्राप्ति
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Rudrashtakam Stotram Lyrics in Hindi: मासिक शिवरात्रि का पर्व देवों के देव महादेव को समर्पित है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस खास अवसर पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इस बार चैत्र माह में मासिक शिवरात्रि आज यानी 07 अप्रैल को मनाई जा रही है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि की पूजा के दौरान शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही सुख-शांति प्राप्त होती है। आइए पढ़ते हैं रुद्राष्टकम स्तोत्र।

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शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र (Rudrashtakam Stotram Lyrics in Hindi)

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं ।

विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।।

निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं ।

चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ।।1।।

निराकारमोङ्कारमूलं तुरीयं ।

गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् ।।

करालं महाकालकालं कृपालं ।

गुणागारसंसारपारं नतोऽहम् ।।2।।

तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभीरं ।

मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् ।।

स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा ।

लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा ।।3।।

चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं ।

प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।।

मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं ।

प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि ।।4।।

प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं ।

अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशं ।।

त्रय: शूलनिर्मूलनं शूलपाणिं ।

भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम् ।।5।।

कलातीतकल्याण कल्पान्तकारी ।

सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ।।

चिदानन्दसंदोह मोहापहारी ।

प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ।।6।।

न यावद् उमानाथपादारविन्दं ।

भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।

न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं ।

प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं ।।7।।

न जानामि योगं जपं नैव पूजां ।

नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भुतुभ्यम् ।।

जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानं ।

प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो ।।8।।

रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये ।

ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति ।।9।।

मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri Puja Muhurat)

चैत्र माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 07 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 53 मिनट पर हो होगा। इस तिथि का समापन 08 अप्रैल को सुबह 03 बजकर 21 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत आज यानि 07 अप्रैल को किया जाएगा।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।