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Mohini Ekadashi 2023: कब रखा जएगा मोहिनी एकादशी व्रत? जानिए तिथि, मुहूर्त और महत्व

Mohini Ekadashi 2023 हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन मोहिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 28 Apr 2023 07:06 PM (IST)
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Mohini Ekadashi 2023: जानिए कब रखा जाएगा मोहिनी एकादशी व्रत?
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Mohini Ekadashi 2023 Date: शास्त्र एवं वेदों में एकादशी व्रत को सर्वोत्तम माना गया है। कई धार्मिक ग्रंथों में यह भी वर्णित है कि जो भक्त एकादशी व्रत रखते हैं, उन्हें मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है। बता दें कि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन मोहिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह व्रत 1 मई 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की उपासना करने से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और भगवान विष्णु साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। आइए जानते हैं, मोहिनी एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त और महत्व।

मोहिनी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त (Mohini Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 अप्रैल 2023 रात्रि 08 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 01 मई 2023 को रात्रि 10 बजकर 09 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, यह व्रत 1 मई 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। पंचांग में व्रत पारण का समय 02 मई को सुबह 05 बजकर 40 मिनट से सुबह 08 बजकर 19 मिनट के बीच निर्धारित किया गया है।

मोहिनी एकादशी 2023 पर है भद्रा का साया (Mohini Ekadashi 2023 Yog)

पंचांग में बताया गया है कि मोहिनी एकादशी व्रत के दिन भद्रा का साया रहेगा। इस दिन सुबह 09 बजकर 22 मिनट से रात्रि 10 बजकर 09 मिनट तक भद्राकाल रहेगा। वहीं इस दिन रवि योग का भी निर्माण हो रहा है, जो सुबह 05 बजकर 41 मिनट से शाम 05 बजकर 51 मिनट मिनट तक रहेगा।

मोहिनी एकादशी व्रत महत्व (Mohini Ekadashi 2023 Importance)

शास्त्रों में मोहिनी एकादशी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इसी दिन श्री हरि ने असुरों का वध करने के लिए मोहिनी रूप धारण किया था। इसलिए एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और शत्रु पक्ष पर विजय प्राप्त होती है। साथ ही एकादशी व्रत रखने से घर-परिवार में सुख-शांति का आगमन होता है और साधक को धन, बुद्धि, ऐश्वर्य एवं विद्या की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।