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Nag Panchami 2022: सालों बाद नाग पंचमी पर बन रहा दुर्लभ संयोग, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त

Nag Panchami 2022 इस साल नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत भी पड़ रहा है। कई सालों के बाद ऐसा संयोग बन रहा है। जानिए नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और महत्व

By Shivani SinghEdited By: Updated: Wed, 27 Jul 2022 11:47 AM (IST)
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Nag Panchami 2022: सालों बाद नाग पंचमी पर बन रहा दुर्लभ संयोग, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली, Nag Panchami 2022: भगवान शिव को समर्पित सावन माह चल रहा है। इस मास में विभिन्न व्रत त्योहार आते हैं। लेकिन इन्हें त्योहारों में से नाग पंचमी का त्योहार काफी खास है। पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ नागों की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि नाग पंचमी के नागों की पूजा करने से कालसर्प दोष से निजात मिल जाती है। इस साल की नाग पंचमी काफी खास है क्योंकि कई सालों बाद इस बार दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस साल नाग पंचमी का त्योहार 2 अगस्त 2022, मंगलवार को मनाया जाएगा। जानिए नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और महत्व।

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नाग पंचमी 2022 शुभ मुहूर्त

सावन के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ - 2 अगस्त को सुबह 5 बजकर 13 मिनट से शुरू

सावन के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समाप्त - 3 अगस्त को सुबह 05 बजकर 41 मिनट तक

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 43 मिनट से   08 बजकर 25 मिनट तक

पूजा की अवधि - 02 घंटे 42 मिनट

शिव योग- 2 अगस्त को शाम 06 बजकर 38 मिनट तक

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नाग पंचमी के दिन होगा मंगला गौरी व्रत

इस साल नाग पंचमी के दिन सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। माता पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत सावन के हर मंगलवार के दिन रखा जाता है। इस दिन का काफी खास महत्व है।

नाग पंचमी पर इन नागों की होती है पूजा

हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार इन बारह नागों की पूजा का विशेष रूप से महत्व माना जाता है। इन नागों के नाम इस प्रकार हैं अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, कम्बल, कर्कोटक, अश्वतर, धृतराष्ट्र, शङ्खपाल, कालिया, तक्षक और पिङ्गल नाग हैं।

नाग पंचमी 2022 का महत्व

सावन में नाग देवता की पूजा करने का विधान है। नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही घर में सुख- शांति और समृद्धि आती है। इसके साथ ही 12 नागों का स्मरण करने के साथ इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे हर तरह के भय से मुक्ति मिल जाती है।

 मंत्र- ऊं कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा' मंत्र का जाप लाभदायक माना जाता है।

Pic Credit- Freepik

डिसक्लेमर'

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