Nag Panchami 2023: नाग पंचमी पर व्रत रखने से कालसर्प दोष से मिलती है मुक्ति, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
Nag Panchami 2023 नाग पंचमी का त्योहार सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। सामान्य तौर पर नाग पंचमी का त्योहार हरियाली तीज के दो दिन बाद मनाया जाता है। इस पर्व पर स्त्रियां नाग देवता की पूजा करती हैं। इस दिन सांप को दूध अर्पित करने का विशेष महत्व है। जानिए इस वर्ष यह पर्व किस दिन पड़ रहा है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Nag Panchami 2023: नाग पंचमी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन मुख्य रूप से नागों की पूजा की जाती है। इस अवसर पर, लोग नाग देवताओं के प्रतिनिधि के रूप में जीवित सर्पों की पूजा करते हैं। सांपों को हिन्दू धर्म में पूजनीय माना गया है।
क्या है नाग पंचमी का महत्व
कई हिंदू धर्मग्रंथों और महाकाव्यों में सांपों को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। महाभारत, नारद पुराण, स्कंद पुराण और रामायण जैसे ग्रंथों में सांपों से जुड़ी कई कहानियां मिलती हैं। जिनमें से एक प्रसिद्ध पौराणिक कथा यह भी है कि जब कृष्ण यमुना नदी पर कालिया से लड़ते हैं और अंत में मनुष्यों को दोबारा परेशान न करने के वादे के साथ कालिया को माफ कर देते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से भक्त को सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
नाग पंचमी के दिन क्या करें
नागपंचमी के दिन व्रत रखने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा इस दिन नाग देवताओं की पूजा के बाद नागपंचमी के मंत्रों का जाप करना बहुत ही शुभ माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु की दशा चल रही है उन्हें भी नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। इससे लाभ मिलेगा। इस दिन शिवलिंग पर पीतल के लोटे से ही जल चढ़ाना चाहिए।
जानिए शुभ मुहूर्त
भारत में इस वर्ष नाग पंचमी 21 अगस्त यानी सोमवार के दिन मनाई जाएगी। नाग पंचमी पूजा का मुहूर्त सुबह 5 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। वहीं गुजरात में नाग पंचमी 4 सितम्बर 2023 यानी सोमवार की पड़ रही है। कृष्ण पक्ष यानी 7 जुलाई को जो नाग पंचमी मनाई जाएगी वह सिर्फ राजस्थान, बिहार और झारखंड राज्यों में रहेगी।
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