Shani Sade Sati: मीन राशि के जातक साढ़े साती से बचाव हेतु करें ये उपाय, प्राप्त होगा शनि देव का आशीर्वाद
Shani Sade Sati अच्छे कर्म करने वाले को शनि देव अल्प समय में धनवान बना देते हैं। वहीं बुरे कर्म करने वाले को दंडित करते हैं। ऐसी परिस्थिति में जातक को जीवन में ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक स्थिति भी बदहाल हो जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो साढ़े साती के दौरान भी जातक को जीवन में प्रतिकूल परिस्थिति से गुजरना पड़ता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 19 Sep 2023 01:12 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Shani Sade Sati: शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शनि देव अल्प समय में धनवान बना देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंडित करते हैं। ऐसी परिस्थिति में जातक को जीवन में ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक स्थिति भी बदहाल हो जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो साढ़े साती के दौरान भी जातक को जीवन में प्रतिकूल परिस्थिति से गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रथम चरण चल रहा है। वहीं, कुंभ राशि पर दूसरा चरण और मकर राशि पर तीसरा चरण चल रहा है। अगर आप ( मीन) भी साढ़े साती से पीड़ित हैं, तो शनि देव की कुदृष्टि या बुरी नजर से बचने के लिए ये उपाय जरूर करें। आइए, उपाय जानते हैं-
साढ़े साती के उपाय
- मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। अतः नियमित रूप से भगवान विष्णु की पूजा-उपासना करें। साथ ही रोजाना चंदन का टीका माथे या ग्रीवा पर लगाएं।
- रोजाना स्नान-ध्यान करने के बाद अपने आराध्य की पूजा उपासना करें। इस समय हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि विधान से शनि देव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय शनि चालीसा का पाठ करें। अगर पास में पीपल का वृक्ष है, तो हर शनिवार को पीपल की जड़ में तिल मिश्रित जल अर्पित करें।
- शनि की साढ़े साती के प्रभाव से बचाव के लिए शनिवार के दिन काले जूते, चमड़े के चप्पल, सरसों का तेल, नमक, लोहा, अनाज और बर्तन का दान करें। साथ ही धन का भी दान कर सकते हैं।
- हर सोमवार और शनिवार को स्नान-ध्यान के बाद जल में काले तिल मिलाकर देवों के देव महादेव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
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