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Bhaum Pradosh Vrat 2024: वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए भौम प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय

प्रदोष व्रत को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना के लिए बेहद खास माना जाता है। हर माह में दो बार यानी शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ऐसे में आप ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले प्रदोष व्रत पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष विधि-विधान से पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 30 May 2024 10:46 AM (IST)
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Bhaum Pradosh Vrat 2024 भौम प्रदोष व्रत पर वैवाहिक जीवन के लिए उपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bhaum Pradosh Vrat 2024 Date: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन देवों के देव महादेव संग माता पार्वती की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि जून माह में पड़ रहे पहले प्रदोष व्रत पर आप किस तरह शिव-शक्ति की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Bhaum Pradosh Vrat Shubh muhurat)

ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि प्रारंभ 03 जून को रात 10 बजकर 48 मिनट पर हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 04 जून को रात 08 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत 04 जून, मंगलवार के दिन किया जाएगा। यह व्रत यदि मंगलवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत के कहा जाता है। भौम प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त शाम 05 बजकर 44 से 08 बजकर 21 मिनट तक रहने वाला है।

पति-पत्नी मिलकर करें पूजा

ज्येष्ठ माह पड़ रहे भौम प्रदोष व्रत पर पति-पत्नी, शिव-पार्वती की विधान से पूजा करें और वैवाहिक जीवन में प्रेम बनाए रखने के लिए कामना करें। ऐसा करने से आपको जीवन में आने वाली सभी मुश्किलों से भी मुक्ति मिल सकती है।

विवाह में नहीं आएगी अड़चन

यदि किसी जातक के विवाह में देरी हो रही है, तो ऐसी स्थिति में प्रदोष व्रत के दिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें एक बेलपत्र, थोड़ा-सा हरा मूंग और गुड़ डालें। अब इस जल को शिवलिंग पर चढ़ाएं। ऐसा करने से साधक के लिए जल्द ही विवाह के योग बनने लगते हैं।

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बनेंगे तरक्की के योग

प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान आदि कार्यों से निवृत हो जाएं। इसके बाद सूर्य स्तोत्र का पाठ करके उन्हें अर्ध्य दें। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के लिए तरक्की के योग बनते हैं। सात ही घर के सभी सदस्यों पर भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा बनी रहती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है