Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Pradosh Vrat 2024: भौम प्रदोष व्रत पर इस तरह करें शिव जी को प्रसन्न, दूर होंगे सभी दुख-दर्द

पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। इस व्रत को मुख्य रूप से भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। साधक इस दिन प्रदोष काल में श्रद्धापूर्वक भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसे में आप इस दिन शिव जी की कृपा प्राप्ति के लिए पूजा के दौरान शिव जी के 108 नामों का जप कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Sat, 05 Oct 2024 06:49 PM (IST)
Hero Image
Pradosh Vrat 2024: भौम प्रदोष व्रत पर इस तरह करें शिव जी को प्रसन्न।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत ( Pradosh Vrat October) को बेहद खास माना गया है। इस दिन व्रत और भगवान शिव जी पूजा-अर्चना द्वारा साधक की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। ऐसे में आश्विन माह का दूसरा प्रदोष व्रत 15 अक्टूबर को किया जाएगा। यह प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा। इस दौरान शिव जी की पूजा का शुभ मुहूर्त - शाम 05 बजकर 51 मिनट से 08 बजकर 21 मिनट तक रहने वाला है।

भगवान शिव के 108 नाम

  1. ॐ भोलेनाथ नमः
  2. ॐ कैलाश पति नमः
  3. ॐ भूतनाथ नमः
  4. ॐ नंदराज नमः
  5. ॐ नन्दी की सवारी नमः
  6. ॐ ज्योतिलिंग नमः
  7. ॐ महाकाल नमः
  8. ॐ रुद्रनाथ नमः
  9. ॐ भीमशंकर नमः
  10. ॐ नटराज नमः
  11. ॐ प्रलेयन्कार नमः
  12. ॐ चंद्रमोली नमः
  13. ॐ डमरूधारी नमः
  14. ॐ चंद्रधारी नमः
  15. ॐ मलिकार्जुन नमः
  16. ॐ भीमेश्वर नमः
  17. ॐ विषधारी नमः
  18. ॐ बम भोले नमः
  19. ॐ ओंकार स्वामी नमः
  20. ॐ ओंकारेश्वर नमः
  21. ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
  22. ॐ विश्वनाथ नमः
  23. ॐ अनादिदेव नमः
  24. ॐ उमापति नमः
  25. ॐ गोरापति नमः
  26. ॐ गणपिता नमः
  27. ॐ भोले बाबा नमः
  28. ॐ शिवजी नमः
  29. ॐ शम्भु नमः
  30. ॐ नीलकंठ नमः
  31. ॐ महाकालेश्वर नमः
  32. ॐ त्रिपुरारी नमः
  33. ॐ त्रिलोकनाथ नमः
  34. ॐ त्रिनेत्रधारी नमः
  35. ॐ बर्फानी बाबा नमः
  36. ॐ जगतपिता नमः
  37. ॐ मृत्युन्जन नमः
  38. ॐ नागधारी नमः
  39. ॐ रामेश्वर नमः
  40. ॐ लंकेश्वर नमः
  41. ॐ अमरनाथ नमः
  42. ॐ केदारनाथ नमः
  43. ॐ मंगलेश्वर नमः
  44. ॐ अर्धनारीश्वर नमः
  45. ॐ नागार्जुन नमः
  46. ॐ जटाधारी नमः
  47. ॐ नीलेश्वर नमः
  48. ॐ गलसर्पमाला नमः
  49. ॐ दीनानाथ नमः
  50. ॐ सोमनाथ नमः
  51. ॐ जोगी नमः
  52. ॐ भंडारी बाबा नमः
  53. ॐ बमलेहरी नमः
  54. गोरीशंकर नमः
  55. ॐ शिवाकांत नमः
  56. ॐ महेश्वराए नमः
  57. ॐ महेश नमः
  58. ॐ ओलोकानाथ नमः
  59. ॐ आदिनाथ नमः
  60. ॐ देवदेवेश्वर नमः
  61. ॐ प्राणनाथ नमः
  62. ॐ शिवम् नमः
  63. ॐ महादानी नमः
  64. ॐ शिवदानी नमः
  65. ॐ संकटहारी नमः
  66. ॐ महेश्वर नमः
  67. ॐ रुंडमालाधारी नमः
  68. ॐ जगपालनकर्ता नमः
  69. ॐ पशुपति नमः
  70. ॐ संगमेश्वर नमः
  71. ॐ दक्षेश्वर नमः
  72. ॐ घ्रेनश्वर नमः
  73. ॐ मणिमहेश नमः
  74. ॐ अनादी नमः
  75. ॐ अमर नमः
  76. ॐ आशुतोष महाराज नमः
  77. ॐ विलवकेश्वर नमः
  78. ॐ अचलेश्वर नमः
  79. ॐ अभयंकर नमः
  80. ॐ पातालेश्वर नमः
  81. ॐ धूधेश्वर नमः
  82. ॐ सर्पधारी नमः
  83. ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
  84. ॐ हठ योगी नमः
  85. ॐ विश्लेश्वर नमः
  86. ॐ नागाधिराज नमः
  87. ॐ सर्वेश्वर नमः
  88. ॐ उमाकांत नमः
  89. ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः
  90. ॐ त्रिकालदर्शी नमः
  91. ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
  92. ॐ महादेव नमः
  93. ॐ गढ़शंकर नमः
  94. ॐ मुक्तेश्वर नमः
  95. ॐ नटेषर नमः
  96. ॐ गिरजापति नमः
  97. ॐ भद्रेश्वर नमः
  98. ॐ त्रिपुनाशक नमः
  99. ॐ निर्जेश्वर नमः
  100. ॐ किरातेश्वर नमः
  101. ॐ जागेश्वर नमः
  102. ॐ अबधूतपति नमः
  103. ॐ भीलपति नमः
  104. ॐ जितनाथ नमः
  105. ॐ वृषेश्वर नमः
  106. ॐ भूतेश्वर नमः
  107. ॐ बैजूनाथ नमः
  108. ॐ नागेश्वर नमः

यह भी पढ़ें - Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत पर राशि अनुसार करें इन चीजों का दान, घर में जल्द बजेगी शहनाई

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।