Puja Path Tips: पूजा में अगरबत्ती जलाना शुभ या अशुभ? वैज्ञानिक तर्क भी समझिए
Puja Path Tips लोगों का भगवान की आराधना करने का अपना-अपना तरीका होता है। कुछ लोग घी तेल आदि का दीपक जलाते हैं तो वहीं कुछ लोग धूप दीप या अगरबत्ती जलाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धर्म शास्त्रों में पूजा के दौरान अगरबत्ती जलाना शुभ नहीं माना जाता। आइए इसके पीछे मौजूद धार्मिक और वैज्ञानिक कारण जानते हैं।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Puja Path Tips: हिंदू धर्म में ईश्वर तक अपनी बात पहुचाने के लिए पूजा-पाठ किया जाता है। आजकल पूजा-पाठ करते समय अगरबत्ती का इस्तेमाल बहुत ही आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टिकोण से इसके नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।
क्या हैं धार्मिक कारण
आमतौर पर अगरबत्ती बांस की लकड़ी से बनाई जाती है। अत: इसे जलाना शुभ नहीं होता। शास्त्रों में पूजन विधान में कहीं भी अगरबत्ती का उल्लेख नहीं मिलता सब जगह धूपबत्ती ही लिखा हुआ मिलता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, बांस से निर्मित अगरबत्ती जलाने से घर में गरीबी आती है। इसलिए अगरबत्ती के स्थान पर धूपबत्ती का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। वरना व्यक्ति को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इसलिए होता है बांस का उपयोग
हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार शादी, जनेऊ, मुंडन आदि में बांस की पूजा की जाती है। शादियों में बांस से मंडप बनाया जाता है। इसलिए पूजा विधियों में बांस से बनी अगरबत्तियों को जलाना निषेध माना जाता है।
बांस से बनाई जाती है अर्थी
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार बांस का उपयोग अर्थी बनाने में किया जाता है। लेकिन दाह संस्कार में बांस को नहीं जलाया जाता। यही कारण है कि बांस से बनी अगरबत्तियों को पूजा के दौरान जलाना शुभ नहीं माना जाता।
जानिए वैज्ञानिक कारण
वैज्ञानिक तथ्यों की बात करें तो अगरबत्ती बांस और केमिकल से बनाई जाती है जिससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। अगरबत्ती के धुएं से श्वास संबंधी परेशानी होती है। खुशबू पैदा करने के लिए अगरबत्ती की सींक केमिकल पदार्थों का लेप लगाकर बनाई जाती है, इसलिए इसका धुंआ सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
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