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Puja Path Tips: जान लें मंदिर में मूर्ति रखने के नियम, बनी रहेगी देवी-देवताओं की कृपा

Puja Path Tips मान्यताओं के अनुसार नियमित रूप से पूजा-पाठ करने से घर में सुख शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर का मंदिर एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान माना गया है। कई बार लोग अपने घर के मंदिर में देवी-देवताओं की एक जैसी कई मूर्तियां रख देते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसा करना शुभ है या अशुभ।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 04 Aug 2023 03:28 PM (IST)
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Puja Path Tips मंदिर में मूर्ति रखने के नियम।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Puja Path Tips: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। हिन्दू परिवारों में रोज सुबह शाम पूजा और आरती की जाती है। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के कुछ नियम बताए गए हैं। जिनका पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि बनी है। वहीं इन नियमों की अनदेखी करने पर पूजा का विपरित फल भी मिल सकता है। इसी प्रकार घर के मंदिर में मूर्ति रखने का भी एक नियम है।

इस तरह न रखें मूर्ति

मंदिर में एक ही भगवान की कई मूर्तियां रखना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर आपके मंदिर में भी देवी-देवताओं की ऐसी 2 या दो से ज्यादा मूर्तियां हैं तो उनके मुख की दिशा बदल देनी चाहिए। वहीं, अगर आपके मंदिर में एक ही देवी-देवताओं की एक से अधिक तस्वीर है तो उन्हें घर की अलग-अलग जगह पर रखना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान

मंदिर में कभी भी खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। ऐसी मूर्तियों को पवित्र नदी आदि में प्रवाहित कर देना चाहिए। घर के मंदिर में जोड़े में मूर्तियां रखना अधिक फलदायी होता है। साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें कि घर के मंदिर में किसी भी देवी-देवता की रौद्र रूप वाली मूर्ति न रखें इससे घर में अशांति फैलती है।

इन मूर्तियों को रखने से बचें

मंदिर में कभी भी दो शिवलिंग न रखें और न ही कभी भगवान शिव के रुद्र रूप नटराज की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। साथ ही घर के मंदिर में शनिदेव की मूर्ति लगाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही तीन गणेश, तीन दुर्गा मूर्ति और 2 गोमती चक्र भी नहीं रखने चाहिए।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'