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Sai Baba Aarti: भक्तों के सभी बिगड़े काम बनाते हैं साईं बाबा, पूजा के समय जरूर पढ़ें ये आरती

साईं बाबा एक आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन दूसरों की भलाई के लिए और उन्हें अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित किया। माना जाता है कि उनकी कृपा से साधक के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। ऐसे में साईं बाबा (Sai Baba) की कृपा-दृष्टि पाने के लिए आप पूजा के समय साईं बाबा की आरती जरूर करें।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Sun, 19 May 2024 07:30 AM (IST)
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Sai Baba ji ki Aarti साईं बाबा की आरती।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Sai Baba Aarti in hindi: आध्यात्मिक गुरु साईं बाबा की मूल अवधारण थी कि 'सबका मालिक एक है।' अपने चमत्कारों और अच्छे कार्यों से उन्होंने मानवमात्र को प्रेरित करने का काम किया। वैसे तो साईं बाबा के लिए गुरुवार का दिन समर्पित माना गया है। लेकिन आप रोजाना पूजा के दौरान साईं बाबा की इस आरती द्वारा उनकी विशेष कृपा की प्राप्ति कर सकते हैं।

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साईं बाबा की आरती (Sai Baba Aarti)

भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥

शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे॥ ॐ जय...॥

दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।

फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥

कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे ॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावे

सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥

भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे ॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।

रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥

अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे ॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।

गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥

अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे ॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।