Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Sakat Chauth 2023: सकट चौथ पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भगवान गणेश हो जाएंगे रुष्ट

Sakat Chauth 2023 हिंदू धर्म में सकट चौथ का विशेष महत्व है। आज के दिन भगवान गणेश के साथ-साथ चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। आज के दिन पूजा करने के साथ कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए।

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Tue, 10 Jan 2023 09:03 AM (IST)
Hero Image
Sakat Chauth 2023: सकट चौथ पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भगवान गणेश हो जाएंगे रुष्ट

नई दिल्ली, Sakat Chauth 2023: पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। वहीं, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि काफी  खास होती है। क्योंकि इस दिन सकट चौथ के रूप में व्रत रखा जाता है। इस चौथ को गणेश चौथ, संकष्टी चौथ, लंबोदर चतुर्थी, माघी चौथ, तिलकुटा चौथ, तिल चतुर्थी जैसे नामों से भी जाना जाता है। आज के दिन महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य के लिए व्रत रखती हैं। आज भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के साथ कुछ नियमों का भी जरूर ध्यान रखना चाहिए। जानिए सकट चौथ के दिन किन कामों को करने की है मनाही।

Sakat Chauth 2023 Upay: सकट चौथ पर करें ये खास उपाय, धन-वैभव के साथ घर आएंगी खुशियां

सकट चौथ पर न करें ये गलतियां

न चढ़ाएं तुलसी

भगवान गणेश को तुलसी कभी भी अर्पित नहीं करना चाहिए। क्योंकि पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान गणेश ने मां तुलसी के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा था। ऐसे में देवी तुलसी ने क्रोधित होकर गणेश जी को दो विवाह का शाप दे दिया था। इसलिए तुलसी का इस्तेमाल गणपति जी की पूजा में नहीं किया जाता है।  

Sakat Chauth 2023: सकट चौथ पर बन रहा अद्भुत योग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

न पहनें इस रंग के कपड़े

सकट चौथ के दिन काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि काला रंग अशुभ माना जाता है। इसके अलावा भगवान शनि की पूजा करते समय पहना जाता है। इसलिए काले रंग की बजाय पीले, लाल, हरे आदि रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं।

सफेद रंग की चीजें

भगवान गणेश को सफेद रंग की चीजें जैसे सफेद रंग के फूल. वस्त्र, जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं अर्पित करना चाहिए। क्योंकि  सफेद चीजें चंद्रमा से संबंधित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रदेव से एक बार गणेश जी के रूप का उपहास किया था। जिसके कारण गणेश जी ने उन्हें शाप दे दिया था।

केतकी के फूल

भगवान शिव की तरह भगवान गणेश को केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए।  

न सताइए मूषक

भगवान गणेश का वाहन मूषक होता है। इसलिए आज के दिन मूषक यानी चूहे को नहीं सताना चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'