Sankashti Chaturthi 2023: संकष्टी चतुर्थी पर करें इन चमत्कारी मंत्रों का जाप एवं आरती, सभी संकटों से मिलेगी मुक्ति
धार्मिक मत है कि संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक श्रद्धा-भाव से भगवान गणेश की पूजा करते हैं। अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा के भागी बनना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी पर पूजा के समय इन चमत्कारी मंत्रों का जाप और आरती करें।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 31 Oct 2023 01:24 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Vakratund Sankashti Chaturthi 2023: दैनिक पंचांग के अनुसार, हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। इस वर्ष 1 नवंबर को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी है। इस शुभ तिथि पर करवा चौथ भी है। इस दिन शिव परिवार की पूजा विधि-विधान से की जाती है। धार्मिक मत है कि संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। साथ ही सभी प्रकार के शुभ कार्यों में भी सिद्धि प्राप्त होती है। अतः साधक श्रद्धा-भाव से भगवान गणेश की पूजा करते हैं। अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो संकष्टी चतुर्थी पर पूजा के समय इन चमत्कारी मंत्रों का जाप और आरती करें।
गणेश मंत्र स्तोत्र
शृणु पुत्र महाभाग योगशान्तिप्रदायकम् ।येन त्वं सर्वयोगज्ञो ब्रह्मभूतो भविष्यसि ॥
चित्तं पञ्चविधं प्रोक्तं क्षिप्तं मूढं महामते ।
विक्षिप्तं च तथैकाग्रं निरोधं भूमिसज्ञकम् ॥
तत्र प्रकाशकर्ताऽसौ चिन्तामणिहृदि स्थितः ।
साक्षाद्योगेश योगेज्ञैर्लभ्यते भूमिनाशनात् ॥
चित्तरूपा स्वयंबुद्धिश्चित्तभ्रान्तिकरी मता ।सिद्धिर्माया गणेशस्य मायाखेलक उच्यते ॥
अतो गणेशमन्त्रेण गणेशं भज पुत्रक ।तेन त्वं ब्रह्मभूतस्तं शन्तियोगमवापस्यसि ॥
इत्युक्त्वा गणराजस्य ददौ मन्त्रं तथारुणिः ।एकाक्षरं स्वपुत्राय ध्यनादिभ्यः सुसंयुतम् ॥
तेन तं साधयति स्म गणेशं सर्वसिद्धिदम् ।
क्रमेण शान्तिमापन्नो योगिवन्द्योऽभवत्ततः ॥यह भी पढ़ें- कब है देवउठनी एकादशी? जानें- शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं महत्व