Sankashti Chaturthi 2020: आज है संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि
Sankashti Chaturthi 2020 आज संकष्टी चतुर्थी है। इस कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी गणेश जी का समर्पित है और आज बुधवार भी है यानी गणेश जी का दिन। ऐसे में आज गणेश जी की पूजा करना उत्तम रहेगा।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 04 Nov 2020 12:35 PM (IST)
Sankashti Chaturthi 2020: आज संकष्टी चतुर्थी है। इस कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी गणेश जी का समर्पित है और आज बुधवार भी है यानी गणेश जी का दिन। ऐसे में आज गणेश जी की पूजा करना उत्तम रहेगा। इस दिन भगवान श्री गणेश जी की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाती है। श्रद्धापूर्वक पूजा करने से गणेश जी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं। गणेश जी भक्तों की भक्ति से खुश होकर उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं। आइए जानते हैं संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त और पूजन विधि।
संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त:चतुर्थी तिथि प्रारम्भ- नवम्बर 04, 2020 बुधवार को 03:24 बजे से
चतुर्थी तिथि समाप्त- नवम्बर 05, 2020 गुरुवार को 05:14 बजे तकसंकष्टी चतुर्थी पर इस तरह करें पूजा:
- इस दिन सुबह उठ जाएं और नित्यकर्मों से निवृत्त हो स्नानादि कर लें। इस दिन साफ कपड़े पहनें।
- फिर गणेश जी का पूजन करें। गणेश जी को तिल, गुड़, लड्डू, दुर्वा, चंदन आद अर्पित करें।
- फिर गणेश जी की आरती करें और गणेश चालीसा का भी पाठ करें। गणेश जी के मंत्रों का जाप भी करें।
- इस पूरे दिन व्रत किया जाता है। इसके बाद शाम को चांद निकलने से पहले पूजा कर लें। फिर चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- इसके बाद व्रत खोल लें।
संकष्टी चतुर्थी महत्व:
हिन्दू पंचांग के अनुसार, यह व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को किया जाता है। हर शुभ काम से पहले गणेश जी का नाम लिया जाता है। ऐसे में कहा जाता है कि अगर चतुर्थी तिथि को गणेश जी का वंदन किया जाए तो वह अपने भक्तों को हर दुख को हर लेते हैं। साथ ही व्यक्ति अपनी कृपा बनाए रखते हैं।डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '