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Sawan 2023: क्या शिवलिंग पर चढ़ाया जल पीना शुभ होता है, जानिए क्या कहता है शिव पुराण

Sawan 2023 भोलेनाथ के भक्तों को सावन के महीनें का बेसब्री से इंतजार रहता है। कहा जाता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं। शिव पुराण में शिवलिंग पर जल चढ़ाने से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताया गया है। चलिए जानते हैं शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर चढ़ाया जल पीना शुभ होता है या अशुभ।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 03 Jul 2023 10:24 AM (IST)
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Sawan 2023 क्या शिवलिंग पर चढ़ाया जल पीना शुभ होता है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Sawan 2023: हिंदू धर्म में शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है। शिवलिंग की विधि पूर्वक पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है कि भोलेनाथ की आराधना करने से घर में सुख समृद्धि आती है। शिवलिंग पर जल अर्पित करने से भगवान बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन कई लोगों में मन में यह संशय रहता है कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीना चाहिए या नहीं। चलिए जानते हैं।

ये मिलते हैं फायदे

शिव पुराण के 22 अध्याय के 18 श्लोक में बताया गया है कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीना बहुत ही शुभ होता है। कहा जाता है कि इस पानी को पीने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म होती है। यह कभी यह भी कहा जाता है कि शिवलिंग पर चढ़ाया जल पीने से व्यक्ति का मन शांत रहता है और मानसिक तनाव दूर होता है।

शिवलिंग पर चढ़े जल को पीने के नियम

शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल को चरणामृत के समान ही पिया जा सकता है। शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को थोड़ा-थोड़ा करके तीन बार पी सकते हैं। ऐसा करने से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती। साथ ही है नकारात्मकता भी दूर होती है।

इन बातों का रखें ध्यान

इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि आप शिवलिंग पर चढ़ाया हुए जल को जब पिएं तो वह किसी के पैरों पर ना गिरे। इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि शिवलिंग पर चढ़ाया जल पीते समय शिवलिंग को स्पर्श ना करें। वरना शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल को पीने का शुभ फल प्राप्त नहीं होता।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'