Move to Jagran APP

Sawan 2023 Date: कब से शुरू हो रहे हैं सावन? जानें सावन सोमवार की सभी तिथियां

Sawan Month 2023 भगवान शिव के प्रिय माह में से एक श्रावण का महीना माना जाता है। इस साल सावन माह काफी खास है। क्योंकि ऐसा 19 साल बाद हो रहा है जब सावन माह एक नहीं बल्कि पूरे दो मास का होगा। जानिए तिथि।

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Wed, 11 Jan 2023 01:58 PM (IST)
Hero Image
Sawan 2023 Date: कब से शुरू हो रहे हैं सावन? जानें सावन सोमवार की सभी तिथियां

नई दिल्ली,Sawan Month 2023: हिंदू धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है। इस मास को साल के बसे पवित्र माह में से एक माना जाता है। सावन मास भगवान शिव को समर्पित है। सावन माह के दौरान कांवड़ यात्रा भी होती है। भक्तगण भगवान शिव का जलाभिषेक, दुधाभिषेक करके उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। इस साल सावन मास काफी खास है। क्योंकि इस बार एक मास नहीं बल्कि 2 मास सावन का महीना होगा। जानिए कब से शुरू हो रहा है सावन और कितने पड़ेंगे सोमवार।

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन पांचवें महीने में आता है। श्रावण मास के सभी सोमवार के दिन उपवास के लिए शुभ माने जाते हैं। इन्हें श्रावण सोमवार या सावन सोमवार व्रत के नाम से जाना जाता है। कई लोग सावन के दौरान सोलह सोमवार या सोलह सोमवार व्रत भी रखते हैं।

सावन 2023 कब से शुरू (Sawan 2023 Date)

सावन मास इस साल अधिक मास के कारण दो माह का होगा। इसलिए इस साल सावन 4 जुलाई से शुरू हो रहे हैं, जो 31 अगस्त को समाप्त होंगे।

सावन सोमवार की तिथियां (Sawan Somwar 2023 Dates)

इस साल सावन सोमवार 4 नहीं बल्कि पूरे 8 होंगे। जानिए तिथि।

सावन का पहला सोमवार: 10 जुलाई

सावन का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई

सावन का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई

सावन का चौथा सोमवार: 31 जुलाई

सावन का पांचवा सोमवार: 07 अगस्त

सावन का छठा सोमवार:14 अगस्त

सावन का सातवां सोमवार: 21 अगस्त

सावन का आठवां सोमवार: 28 अगस्त

सावन सोमवार का महत्व (Signification Of Sawan 2023)

सावन माह भगवान शिव को समर्पित है। इस पूरे मास में भक्तगण भगवान शिव की आराधना करने के साथ व्रत रखते हैं। सावन मास के दौरान भगवान शिव को जल के साथ-साथ बेलपत्र, धतूरा, शमी की पत्ती आदि चढ़ाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इस महीने में ही कांवड़ यात्रा आरंभ हो जाती है। इसके साथ ही कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सोलह सोमवार का व्रत आरंभ करती हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।