Sawan Somwar 2024: सावन सोमवार पर राशि अनुसार करें भगवान शिव का अभिषेक, पूरी होगी मनचाही मुराद
सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि भगवान शिव महज जलाभिषेक से प्रसन्न हो जाते हैं। इसके लिए साधक सावन महीने के प्रत्येक सोमवार पर गंगाजल या सामान्य जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। साथ ही विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करते हैं। विवाहित स्त्रियां सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए सावन सोमवार (Sawan Somwar Importance) पर व्रत रखती हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 11 Jul 2024 09:31 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। देवों के देव महादेव को सावन का महीना अति प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की उपासना की जाती है। साथ ही सावन सोमवार (Sawan Somwar 2024) का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। ज्योतिष भी कुंडली में ग्रह दशा की स्थिति अनुकूल करने के लिए सावन महीने में शिव जी की पूजा करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी भगवान शिव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो राशि अनुसार भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
राशि अनुसार अभिषेक
- मेष राशि के जातक गंगाजल में शहद और सुगंध मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
- वृषभ राशि के जातक सावन सोमवार पर कच्चे दूध से महादेव का अभिषेक करें।
- मिथुन राशि के जातक गंगाजल में बेलपत्र मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
- कर्क राशि के जातक सावन सोमवार पर शुद्ध दही से भगवान शिव का अभिषेक करें।
- सिंह राशि के जातक गंगाजल में गुड़ मिलाकर देवों के देव महादेव का अभिषेक करें।
- कन्या राशि के जातक गंगाजल में भांग के पत्ते मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें।
- तुला राशि के जातक सावन सोमवार पर शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करें।
- वृश्चिक राशि के जातक गंगाजल में शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
- धनु राशि के जातक गाय के दूध से देवों के देव महादेव का अभिषेक करें।
- मकर राशि के जातक गंगाजल में अपराजिता का फूल मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें।
- कुंभ राशि के जातक काले तिल मिश्रित गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें।
- मीन राशि के जातक गंगाजल में दूर्वा मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।