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Shani Dev Aarti: शनिवार के दिन जरूर करें भगवान शनिदेव की आरती, इसके बिना अधूरी है उनकी पूजा

Shani Dev Aarti शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की विशेष पूजा का विधान शास्त्रों में भी वर्णित है। इस दिन भगवान शनि को समर्पित उपायों को करने से और पूजा-पाठ करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनके दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं।

By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Sat, 22 Oct 2022 05:00 AM (IST)
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Shani Dev Aarti: शनिवार के दिन करें भगवान शनि की आरती।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Shani Dev Aarti, Shaniwar Upay: शनिवार का दिन भगवान शनि देव को समर्पित है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा करने से और मंत्रों का जाप करने से भक्तों को लाभ मिलता है। साथ ही उनकी कुंडली में शनि ग्रह के कारण उत्पन्न हो चुके दोष का नकारात्मक प्रभाव भी कम हो जाता है। मान्यता यह भी है कि शनिवार (Shaniwar Shani Dev Puja) के दिन घर के नजदीक बनें मन्दिर में शनि देव को सरसों के तेल से स्नान कराने से विशेष लाभ मिलता है और इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं। इन सभी के साथ व्यक्ति को इस दिन शनि देव की आरती अवश्य करनी चाहिए। इसके बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Aarti)

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।

सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ।।

।। जय जय श्री शनिदेव।।।।

श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी ।

नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ।।

।। जय जय श्री शनिदेव।।।।

क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी ।

मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ।।

।। जय जय श्री शनिदेव।।।।

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी ।

लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी ।।

।। जय जय श्री शनिदेव।।।।

देव दनुज ऋषि मुनि सुमरिन नर नारी ।

विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी ।।

।। जय जय श्री शनिदेव।।।।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।