Move to Jagran APP

Shardiya Navratri Day 6: नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी को ऐसे करें प्रसन्न, शीघ्र बनेंगे विवाह के योग

Maa Katyayani Puja नवरात्र के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। ऐसे में यदि आप यदि आप मां कात्यायनी को समर्पित नवरात्र के छठे दिन कुछ विशेष उपाय करते हैं तो इससे आपके जीवन में आ रही विवाह संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं मां कात्यायनी की कृपा प्राप्ति के लिए ये खास उपाय।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 19 Oct 2023 04:08 PM (IST)
Hero Image
Maa Katyayani Puja नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी को ऐसे करें प्रसन्न।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Sharad Navratri 2023: इस साल 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो चुका है। ऐसे में नवरात्र के छठवें दिन देवी कात्यायनी की विधि-विधान पूर्वक पूजा की जाती है। असल में कात्यायनी, आदि शक्ति मां पार्वती का ही दूसरा नाम है। ऐसे में आप नवरात्र के छठे दिन कात्यायनी मां की पूजा के दौरान कुछ उपायों द्वारा शीघ्र विवाह के योग बन सकते हैं। 

मां कात्यायनी पूजा विधि (Maa Katyayani Puja vidhi)

नवरात्रि के छठवें दिन शाम के समय पीले या लाल वस्त्र धारण करें। इसके बाद विधि-विधान पूर्वक माता कात्यायनी की पूजा करें। पूजा के दौरान मां को सुगंधित पीले फूल और शहद अर्पित करें। इसके बाद मां के समक्ष दीपक जलाएं और 3 हल्दी की गांठ भी चढ़ाएं। इस उपाय को करने से शीघ्र ही विवाह के योग बनते हैं और प्रेम के क्षेत्र में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं।

यह भी पढ़ें - Dev Uthani Ekadashi 2023: देवउठनी एकादशी से शुरू होंगे मांगलिक कार्य, नवंबर में इस दिन किया जाएगा तुलसी विवाह

करें इस मंत्र का जाप (Katyayani Puja Mantra)

यदि आप नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा में इन मंत्रों का जाप करते हैं, तो इससे विवाह में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही व्यक्ति को मनचाहा जीवन साथी भी मिलता है।

कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी।

नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।

जय जय अम्बे, जय कात्यायनी।

जय जगमाता, जग की महारानी।

यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2023 Day 6: मां कात्यायनी की पूजा के समय करें इस चालीसा का पाठ, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'