Shivling Puja: शिवलिंग के जलाअभिषेक से मिलते हैं अद्भुत परिणाम, बस जल में मिला लें ये चीजें
भगवान शिव सनातन धर्म के सबसे प्रभावशाली और सबसे अधिक पूजे जाने वाले देवताओं में से एक हैं। शिवलिंग जो शिव जी का ही स्वरूप माना जाता है पर केवल जलाभिषेक करने से भी महादेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। लेकिन यदि आप कुछ खास उपाय आजमाते हैं तो इससे आपके जीवन में शुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shivling Puja Niyam: सनातन धर्म में भगवान शिव को महादेव, भोलेनाथ, शिव शंकर आदि जैसे कई नामों से जाता है। प्रतिदिन शिव जी की पूजा-अर्चना करने से उनकी कृपा साधक पर बनी रहती है, लेकिन सोमवार का दिन पूर्ण रूप से शिव जी की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की भक्ति और आराधना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसे में यदि आप भी कर्ज या फिर जीवन की अन्य समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए शिवलिंग पर ये चीजें अर्पित कर सकते हैं।
चढ़ाएं ये चीज
यदि आप कड़ी मेहनत के बाद भी कर्ज से छुटकारा पाने में असमर्थ हैं तो इसके लिए प्रत्येक सोमवार मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें। इसके साथ ही आप जल में चावल मिलाकर भी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से आपको कर्ज से मुक्ति मिल सकती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
नहीं आएगी कोई बाधा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति एक महीने तक रोजाना शिवलिंग पर जल अर्पित करता है, उसके जीवन में आ रही किसी भी प्रकार की बाधा दूर हो सकती है। लेकिन इसके लाभ तभी मिलते हैं, जब आपने सच्चे मन से शिव जी की भक्ति की हो।यह भी पढ़ें - Mahakaleshwar Bhasm Aarti: इसलिए भस्म से की जाती है महाकालेश्वर जी की आरती, मिलता है ये संदेश
सुख-समृद्धि के लिए मिलाएं ये चीजें
यदि कोई साधक जल में जौ मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करता है, तो इससे जीवन में कई लाभ देखने को मिल सकते हैं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करता है, तो उसके जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती हैं।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'