Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Shukra Pradosh Vrat: प्रदोष व्रत की पूजा करते समय जरूर पढ़ें आरती और मंत्र

Shukra Pradosh Vrat आज शुक्र प्रदोष व्रत है। मान्यता है कि शुक्र प्रदोष का व्रत करने से व्यक्ति को शिवजी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही अगर व्यक्ति सच्चे मन से यह व्रत करे तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 26 Mar 2021 07:30 AM (IST)
Hero Image
Shukra Pradosh Vrat: प्रदोष व्रत की पूजा करते समय जरूर पढ़ें आरती और मंत्र

Shukra Pradosh Vrat: आज शुक्र प्रदोष व्रत है। आज के दिन शिवजी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि शुक्र प्रदोष का व्रत करने से व्यक्ति को शिवजी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही अगर व्यक्ति सच्चे मन से यह व्रत करे तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। कहा जाता है कि जो शुक्र प्रदोष व्रत करते हैं उन्हें कोई कष्ट या रोग नहीं होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शुक्र प्रदोष व्रत की महिमा अत्याधिक है। इस दिन व्रत और पूजा करते समय व्यक्ति को शिवजी की आरती अवश्य करनी चाहिए। साथ ही मंत्रों का जाप भी करना चाहिए। आइए पढ़ते हैं शिवजी के मंत्र और उनकी आरती।

शिवजी के मंत्र:

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

ॐ नमः शिवाय।

ॐ आशुतोषाय नमः।

शिवजी की आरती:

जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव...॥

एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव...॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव...॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव...॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव...॥

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव...॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव...॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव...॥

त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव...॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'