Shukrawar Ke Upay: शुक्रवार को पूजा के समय करें ये चमत्कारी उपाय, खुल जाएंगे किस्मत के द्वार
शास्त्रों में लक्ष्मी वैभव व्रत की महिमा का वर्णन है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से व्रती को सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही आर्थिक विषमता भी दूर होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन विधिपूर्वक मां लक्ष्मी की पूजा करें।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 16 May 2024 01:15 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shukrawar Ke Upay: धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा शुक्रवार के दिन विधि-विधान से की जाती है। साथ ही ममता की देवी मां लक्ष्मी के निमित्त लक्ष्मी वैभव का व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत को स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं। शास्त्रों में लक्ष्मी वैभव व्रत की महिमा का वर्णन है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से व्रती को सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही आर्थिक विषमता भी दूर होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिपूर्वक मां लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय ये उपाय जरूर करें। इन उपायों को करने से किस्मत के दरवाजे खुल जाते हैं।
उपाय
- अगर आप धन की कमी को दूर करना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन विधि-विधान से धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करें। इस समय मां लक्ष्मी को कमल पुष्प अर्पित करें। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। उनकी कृपा व्रती पर अवश्य बरसती है।
- धन की देवी मां लक्ष्मी को खीर अति प्रिय है। अतः शुक्रवार के दिन पूजा के समय मां लक्ष्मी को अखंडित चावल और गुड़ से निर्मित खीर प्रसाद रूप में अवश्य ही अर्पित करें। इस उपाय को हर शुक्रवार के दिन करें। इससे सुख, समृद्धि एवं खुशहाली में बढ़ोतरी होती है।
- अगर आप आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन पूजा के समय घर में श्री यंत्र स्थापित करें। आप श्री यंत्र को पूजा घर में स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा, घर की उत्तर दिशा या मुख्य द्वार पर भी श्री यंत्र स्थापित कर सकते हैं।
- शास्त्रों में निहित है कि शंख बजाने से नकारात्मक शक्ति दूर होती है। अतः शुक्रवार के दिन पूजा के समय शंख अवश्य बजाएं। साथ ही लक्ष्मी वैभव व्रत के दिन मंदिर में दक्षिणावर्ती शंख अर्पित/दान करें।
- अगर आप मनचाहा वर पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन लक्ष्मी वैभव व्रत करें। इस व्रत को शुक्ल पक्ष में शुरू किया जाता है। साथ ही व्रत में अंतराल भी रखा जा सकता है। लक्ष्मी वैभव व्रत करने से साधक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।