Som Pradosh Vrat 2024: भगवान शिव की पूजा करते समय करें इन मंत्रो का जप, दूर होंगे सभी दुख और संताप
सोमवार के दिन पड़ने के चलते यह सोम प्रदोष व्रत कहलाएगा। सोम प्रदोष व्रत करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही विशेष कार्य में भी सिद्धि प्राप्त होती है। इसके अलावा साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक श्रद्धा भाव से भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 19 May 2024 06:41 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Som Pradosh Vrat 2024: हर माह कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस प्रकार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी सोमवार 20 मई को है। सोमवार के दिन पड़ने के चलते यह सोम प्रदोष व्रत कहलाएगा। सोम प्रदोष व्रत करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही विशेष कार्य में भी सिद्धि प्राप्त होती है। इसके अलावा, साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक श्रद्धा भाव से भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करते हैं। अगर आप भी भगवान शिव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो सोम प्रदोष व्रत पर विधिपूर्वक पूजा करें। साथ ही पूजा के समय मनोवांछित फल की प्राप्ति हेतु इन मंत्रों का जप करें।
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आवाहन मंत्र
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन ।तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ।।
वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने ।नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने ।आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।।त्र्यंबकाय नमस्तुभ्यं पंचस्याय नमोनमः ।नमोब्रह्मेन्द्र रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।।नमो दोर्दण्डचापाय मम मृत्युम् विनाशय ।।
देवं मृत्युविनाशनं भयहरं साम्राज्य मुक्ति प्रदम् ।नमोर्धेन्दु स्वरूपाय नमो दिग्वसनाय च ।नमो भक्तार्ति हन्त्रे च मम मृत्युं विनाशय ।।अज्ञानान्धकनाशनं शुभकरं विध्यासु सौख्य प्रदम् ।नाना भूतगणान्वितं दिवि पदैः देवैः सदा सेवितम् ।।सर्व सर्वपति महेश्वर हरं मृत्युंजय भावये ।।