Surya Dev: रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाने से नहीं रहती किसी चीज की कमी, आज से ही कर दें शुरुआत
माना जाता है कि यदि रोजाना अपने दिन की शुरुआत सही ढंग से की जाए तो इससे पूरा दिन अच्छा जाता है। वहीं हिंदू मान्यताओं के अनुसार अपना दिन सूर्य देव को अर्घ्य देकर शुरू करना चाहिए। ऐसा करना बहुत ही पुण्यकारी माना गया है। तो चलिए जानते हैं सूर्य देव को अर्घ्य देने का सही विधि ताकि आप इसका पूर्ण लाभ प्राप्त कर सकें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है। वहीं हिंदू धर्म में सूर्य को देव का स्थान दिया गया है। माना जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है, उसे जीवन में खूब धन-सम्पदा हासिल होती है। हिंदू धर्म में सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य देने का विधान है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्य को रोजाना अर्घ्य देने से व्यक्ति को जीवन में क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
इस तरह दें सूर्य को अर्घ्य (Surya puja Vidhi)
सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद एक तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन, लाल फूल कुमकुम और अक्षत डालें। इसके बाद पूर्व दिशा में खड़े होकर दोनों हाथ से तांबे के पात्र को पकड़ कर सूर्य देव को अर्घ्य दें। जल अर्पित करते समय मन-ही-मन ऊं सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें।
मिल सकते हैं ये लाभ
माना जाता है कि भगवान सूर्य को रोजाना जल अर्पित करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है, जिससे साधक को कार्यक्षेत्र में तरक्की मिल सकती है। साथ ही इससे पूरे विधि-विधान के साथ सूर्य को अर्घ्य देने से साधक को निरोगी काया का आशीर्वाद भी मिलता है। यदि किसी जातक के विवाह में देरी हो रही है, तो ऐसे में रोजाना सूर्य को जल देने से इस स्थिति में लाभ मिल सकता है।यह भी पढ़ें - Ganesh Puja: गणेश जी पूजा में न करें ये गलतियां, वरना बढ़ सकती हैं जीवन की मुश्किलें
ध्यान रखें ये बातें
शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्योदय के एक घंटे तक सूर्य को जल दिया जा सकता है। देखा जाए तो 6 बजकर 15 मिनट से सुबह 6 बजकर 45 मिनट तक का समय सबसे उत्तम माना गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित माना जाता है, ऐसे में यदि रोजाना सूर्य को जल अर्पित करना संभव नहीं है, तो केवल रविवार के दिन भी अर्घ्य दे सकते हैं।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।