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Baba Amarnath Ki Aarti: घर बैठे ऐसे देखें बाबा अमरनाथ की आरती, ॐ जय शिव ओंकारा

Baba Amarnath Ki Aarti श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने आज 28 जून से 22 अगस्त तक के लिए बाबा अमरनाथ की आरती के लाइव प्रसारण का प्रबंध किया है। बाबा बर्फानी को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय आरती का पाठ करें आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी...

By Jeetesh KumarEdited By: Updated: Mon, 28 Jun 2021 05:00 PM (IST)
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घर बैठे ऐसे देखें बाबा अमरनाथ की आरती, ॐ जय शिव ओंकारा
Baba Amarnath Ki Aarti:बाबा बर्फानी की पवित्र अमरनाथ यात्रा इस साल भी कोरोना के कारण रद्द कर दी गई है, लेकिन बाबा अमरनाथ के भक्तों को मायूस होने की जरूरत नहीं है। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने आज 28 जून से 22 अगस्त तक के लिए बाबा अमरनाथ की आरती के सीधे प्रसारण का प्रबंध कर दिया है। जो भी श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन करना चाहते हैं या आरती में भाग लेना चाहते हों, वो श्री अमरनाथ जी श्राईन बोर्ड की वेबसाइट या ऐप पर सीधे जुड़कर ये सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं।

अमरनाथ बाबा की आरती का समय

बाबा अमरनाथ हर साल की तरह इस साल भी अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए प्राकृतिक हिमानी शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए हैं। लेकिन कोरोना महामारी के चलते बाबा अमरनाथ की पवित्र यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। हांलाकि सांकेतिक यात्रा के द्वारा सभी आवश्यक रस्में पूरी की जा रही हैं। इसी के चलते श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने भक्तों की मायूसी दूर करते हुए बाबा अमरनाथ की लाइव आरती और दर्शन का प्रबंध किया है। नियमित रूप से हर रोज सुबह 6.00 से 6.30 बजे तक और शाम को 5.00 से 5.30 बजे तक आरती का प्रसारण होगा। भक्त घर बैठ कर भी बाबा बर्फानी के दर्शन कर अपनी मुराद पूरी कर सकते हैं।

अमरनाथ गुफा का महात्म और आरती

भगवान भोलेनाथ की प्रसिद्ध अमरनाथ गुफा का संबंध उस पौराणिक कथा से है, जहां भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। इस कारण से ही इस गुफा को अमरनाथ की गुफा के नाम से जाना जाता है। आज भी यहां हर साल बाबा अमरनाथ प्राकृतिक हिम शिवलिंग के रूप में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। जिसके लिए लाखों श्रद्धालू हर साल कठिन अमरनाथ यात्रा करके बाबा अमरनाथ का दर्शन करने पवित्र गुफा पहुंचते हैं। इस साल ये सौभाग्य आपको घर बैठे मिल रहा है, लाइव आरती में भाग लेने के लिए और बाबा बर्फानी अमरनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय आरती का पाठ करें आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी...

शिव जी की आरती:

जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव...॥

एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव...॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव...॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव...॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव...॥

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव...॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव...॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव...॥

त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव...॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'