Move to Jagran APP

Weekly Vrat Tyohar 12 June To 19 June 2024: महेश नवमी से लेकर निर्जला एकादशी तक, पढ़ें व्रत-त्योहार की सूची

जून महीने के तीसरे सप्ताह के मध्य कई बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। इनमें महेश नवमी मिथुन संक्रांति धूमावती जयंती निर्जला एकादशी प्रदोष व्रत समेत कई बड़े एवं प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं। महेश नवमी ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। आइए जून महीने के तीसरे सप्ताह में पड़ने वाले व्रत-त्योहार के बारे में जानते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 11 Jun 2024 06:47 PM (IST)
Hero Image
Weekly Vrat Tyohar 12 June To 19 June 2024: महेश नवमी से लेकर निर्जला एकादशी तक
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Weekly Vrat Tyohar 12 June To 19 June 2024: जून महीने के उत्तरार्ध में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इस सप्ताह निर्जला एकादशी और गंगा दशहरा समेत कई बड़े त्योहार मनाए जाएंगे। शास्त्रों में निहित है कि राजा सगर के पुत्रों को मोक्ष दिलाने के लिए ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। अतः जून माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा स्नान किया जाता है। इस अवसर पर गंगा तट पर मेला का आयोजन किया जाता है। आइए, इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं-

यह भी पढ़ें: मासिक दुर्गाष्टमी पर जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, दूर होंगे सभी दुख-संताप

प्रमुख व्रत-त्योहार

  • 14 जून को धूमावती जयंती है। यह पर हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत जननी मां पार्वती के रौद्र रूप की पूजा की जाती है। इस दिन मासिक दुर्गाष्टमी भी है।
  • 15 जून को मिथुन संक्रांति और महेश नवमी है। महेश नवमी हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन ही सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 15 जून को सूर्य देव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे।
  • 16 जून को गंगा दशहरा है। यह पर्व हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान-ध्यान करते हैं। साथ ही मां गंगा की पूजा करते हैं।
  • 17 जून को गायत्री जयंती है। गायत्री जयंती ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन वेदमाता मां गायत्री की पूजा की जाती है।
  • 18 जून को निर्जला एकादशी है। यह दिन जगत के पालनहार और संचालनकर्ता भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन साधक एकादशी का व्रत रख लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करते हैं। यह पर्व हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है।
  • 19 जून को बुध प्रदोष व्रत है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा की जाती है। यह पर्व हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें: नरक का दुख भोगकर धरती पर जन्मे लोगों में पाए जाते हैं ये चार अवगुण

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।