Weekly Vrat Tyohar (17 To 23 October 2022): कब है रमा एकादशी, धनतेरस? देखें सप्ताह में पड़ने वाले व्रत त्योहार
Weekly Vrat Tyohar (17 To 23 October 2022) अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में कई बड़े बड़े व्रत त्योहार पड़ रहे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत अहोई अष्टमी व्रत के साथ ही रही हैं और अंत काली चौदस के साथ होगा। देखिए इस सप्ताह के व्रत त्योहारों की पूरी लिस्ट
By Shivani SinghEdited By: Updated: Mon, 17 Oct 2022 10:54 AM (IST)
नई दिल्ली, Weekly Vrat Tyohar (17 To 23 October 2022): अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। इस सप्ताह की शुरुआत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के साथ हुई है। आज के दिन अहोई अष्टमी का व्रत रखने का विधान है। इसके साथ ही इस सप्ताह का समाप्त दिवाली के पावन पर्व की शुरुआत यानी धनतेरस के अलावा काली चौदस के साथ होगा। जानिए इस सप्ताह पड़ने वाले सभी व्रत त्योहारों के बारे में।
अक्टूबर 2022 माह के तीसरे सप्ताह के व्रत त्योहार
17 अक्टूबर 2022, सोमवार- अहोई अष्टमी व्रत, तुला संक्रांति
अहोई अष्टमी 2022 अहोई अष्टमी के दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, उज्जवल भविष्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव के साथ अहोई माता की पूजा की जाती है। दिनभर व्रत रखने के बाद शाम को चंद्रमा और तारों को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोला जाता है।
तुला संक्रांति अक्टूबर माह की 17 तारीख को सूर्य भी शाम को 07 बजकर 23 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में कई राशियों के लिए अच्छा, तो कई राशियों के लिए चुनौती भरा हो सकता है। इसके साथ ही तुला संक्रांति भी बन रही है।21 अक्टूबर 2022, शुक्रवार- रमा एकादशी व्रतकार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। रमा एकादशी सभी एकादशियों में से काफी खास होती है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से हर दोष, पाप से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
23 अक्टूबर 2022, रविवार- शनि प्रदोष व्रत, धनतेरस, धन्वंतरि जयंती इस सप्ताह के रविवार के साथ ही पांच दिनों तक चलने वाला दिवाली का पर्व शुरू हो जाएगा। इस पर्व की शुरुआत धनतेरस के साथ हो रही है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इसे धनतेरस के अलावा धन्वंतरि जयंती, धन त्रयोदशी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान धन्वंतरि की पूजा करने का विधान है। इसके साथ ही धनतेरस के दिन सोना-चांदी सहित अन्य चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
प्रदोष व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखा जाता है। शनिवार के दिन पड़ने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा।23 अक्टूबर 2022, रविवार- मास शिवरात्रि, काली चौदसहर मास की चतुर्दशी तिथि को मास शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भी मास शिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है। पंचांग के अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त 23 अक्टूबर को रात 11 बजकर 46 मिनट से 24 अक्टूबर प्रातः 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगा।
काली चौदसकार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को काली चौदस का पर्व मनाया जाता है। काली माता को समर्पित इस पर्व में रात के समय पूजा अर्चना की जाती है।माना जाता है कि दिवाली के एक दिन पहले यानी काली चौदस के दिन माता काली की पूजा विधिवत तरीके से करने से हर तरह के रोग-दोष और भय से छुटकारा मिल जाता है।Pic Credit- Freepikडिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।