Move to Jagran APP

Masik Durgashtami 2024: सावन महीने में कब मनाई जाएगी दुर्गाष्टमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

धार्मिक मत है कि जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आती है। इस व्रत को करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। मां दुर्गा (Masik Durgashtami 2024) की कृपा पाने के लिए साधक मां दुर्गा की कठिन भक्ति करते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 05 Aug 2024 06:56 PM (IST)
Hero Image
Masik Durgashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी का धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Durgashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी हर महीने मनाई जाती है। यह पर्व जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित है। इस दिन जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक की हर अभिलाषा पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। अतः साधक श्रद्धा भाव से जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करते हैं। आइए, मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

यह भी पढ़ें: नाग पंचमी की पूजा के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान, प्रसन्न होंगे नाग देवता


शुभ मुहूर्त

ज्योतिषियों की मानें तो सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 12 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 07 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 13 अगस्त को सुबह 09 बजकर 31 मिनट पर होगा। अत: 13 अगस्त को सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी है।

शुभ योग

ज्योतिषियों की मानें तो सावन माह की अष्टमी तिथि पर ब्रह्म और इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन रवि योग का भी संयोग बना है। साथ ही बव, बालव और कौलव करण योग भी बन रहे हैं। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से हर मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होगी।

पंचांग

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 01 मिनट पर

चन्द्रोदय- दोपहर 01 बजकर 24 मिनट पर

चंद्रास्त- देर रात 12 बजकर 16 मिनट पर (14 अगस्त)

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 34 मिनट से 05 बजकर 18 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से 03 बजकर 33 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 01 मिनट से 07 बजकर 23 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक

यह भी पढ़ें: सावन महीने में कब मनाई जाएगी भानु सप्तमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।