Shani ke upay: हनुमान जी की पूजा से क्यों प्रसन्न होते हैं शनि देव
Shani ke upay मान्यता है कि शनिवार को हनुमान जी का पूजन करने से शनि देव के प्रकोप से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं पौराणिक कथा कि क्यों हनुमान जी की पूजा से प्रसन्न होते हैं शनि देव..
By Jeetesh KumarEdited By: Updated: Sat, 26 Jun 2021 05:35 PM (IST)
Shani ke upay: शनिवार का दिन शनि देव की पूजा का विशेष दिन है। सूर्य पुत्र शनि देव को देवताओं का दण्डाधिकारी कहा जाता है, शनि देव व्यक्ति को उसके गलत कार्यों के लिए दण्ड प्रदान करते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ,हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक बार शनि ग्रह के प्रभाव से जरूर गुजरना पड़ता है परंतु मान्यता है कि शनिवार को हनुमान जी का पूजन करने से भी शनि देव के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं पौराणिक कथा कि क्यों हनुमान जी की पूजा से प्रसन्न होते हैं शनि देव..
शनि देव का अपनी शक्ति पर घमण्डपौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव की तपस्या से शनि देव को देवताओं के दण्डाधिकारी का पद प्राप्त हुआ था। इसी वरदान के कारण ही शनि देव प्रत्येक व्यक्ति, यहां तक कि देवताओं को भी उनके किए हुए गलत कार्यों के लिए दण्ड प्रदान करते हैं। इसी वरदान के कारण शनि देव को अपनी शक्ति का घमण्ड हो गया था। वो पूरी श्रृष्टि में घूम-घूम कर लोगों को दण्ड देने लगे थे, जिस कारण लोग शनि देव से परेशान हो गए थे।
हनुमान जी का शनि देव को दण्डआंनद रामायण के एक प्रसंग में वर्णन आता है कि जब हनुमान जी लंका पर सेतु बनाने के रामकाज में व्यस्त थे। उस समय शनि देव वहां से गुजर रहे थे, उन्हें एक शरारत सूझी। वो रामकाज में बाधा डालने लगे। हनुमान जी ने उन्हें चेतावनी दी, लेकिन जब शनि देव नहीं माने, तो हनुमान जी ने उन्हें अपनी पूंछ में बांध लिया। जहां- जहां हनुमान जी जाते, शनि देव को इधर- उधर टकराना पड़ता। इससे शनि देव चोटिल हो रहे थे पर अपनी पूरी शक्ति लगाने के बाद भी हनुमान जी की पकड़ से छूट नहीं पा रहे थे। जब रामकाज पूरा होने पर हनुमान जी ने शनि देव को मुक्त किया, तब तक उन्हें अपनी गलती का अहसास हो चुका था। उन्होंने हनुमान जी से क्षमा मांगी और अपने भक्तों को शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि के प्रकोप से बचने का सरल मार्ग बताया।
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