10 Mahavidyas: कौन हैं मां दुर्गा की 10 महाविद्याएं? जानें इनसे जुड़ा रहस्य
आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्र को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस साल इसकी शुरुआत 6 जुलाई से हुई है। इन 9 दिनों तक मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा होती है जब यह पावन समय चल रहा है तो आपको इन 10 महाविद्याओं के बारे में जानना बहुत आवश्यक है। कहा जाता है कि इनकी आराधना करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में 10 महाविद्याओं की पूजा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। देवी भागवत पुराण के अनुसार, महाविद्याओं की उत्पत्ति भगवान शिव की पत्नी सती से हुई थी। इन देवियों की पूजा गुप्त नवरात्र के दौरान तंत्र विद्याओं की सिद्धि के लिए होती है। ऐसी मान्यता है, इनकी पूजा से वो सभी चीजें प्राप्त की जा सकती हैं, जिनका मिलना बहुत मुश्किल होता है, जब गुप्त नवरात्र का पावन समय चल रहा है, तो आइए इन महाशक्तियों के बारे में जानते हैं -
ये हैं मां दुर्गा की 10 महाविद्याएं
देवी काली
मां काली देवी के सबसे उग्र और शक्तिशाली रूप में से एक मानी जाती हैं। ऐसा कहा जाता है, देवी दिखने में जितनी उग्र हैं उनका हृदय उतना ही निर्मल है।देवी तारा
देवी तारा का स्वरूप करुणामयी है। वे अपने भक्तों को सुरक्षा प्रदान करती हैं। मां तारा देवी दुर्गा की दूसरी महाविद्या हैं। उन्हें जीवन की चुनौतियों के माध्यम से एक मार्गदर्शक के रूप में देखा जाता है।
देवी त्रिपुर सुंदरी
माता त्रिपुर सुंदरी का स्वरूप बेहद मनमोहक है, जो प्रेम और आनंद का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनके माथे पर अर्धचंद्र विराजमान है। मां दुर्गा का यह रूप सौंदर्य और सद्भाव से जुड़ा हुआ है।देवी भुवनेश्वरी
मां भुवनेश्वरी को ब्रह्मांड की देवी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि वे संपूर्ण ब्रह्मांड को नियंत्रित करती हैं।