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12 Jyotirlinga: राशि के अनुसार जानें, किस ज्योतिर्लिंग की पूजा से प्राप्त होगी महादेव की कृपा

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर ज्योतिर्लिंग साधक को दुखों से मुक्ति दिला सकता है। शिव पुराण में वर्णन मिलता है कि सावन माह में 12 ज्योतिर्लिंगों के स्मरण मात्र से व्यक्ति के सभी दुख-संताप दूर हो जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर ज्योतिर्लिंग किसी न किसी राशि से जुड़ा हुआ माना जाता है। ऐसे में जानिए कि आपकी राशि के लिए कौन-सा ज्योतिर्लिंग (Jyotirlinga) उत्तम रहेगा।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 01 Feb 2024 03:37 PM (IST)
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12 Jyotirlinga राशि के अनुसार जानें अपना ज्योतिर्लिंग।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। 12 Jyotirlinga: पूरे भारत में 12 जगहों पर शिव जी ज्योति स्वरूप में विराजमान हैं, जिन्हें 12 ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। ऐसे में यदि आप अपनी राशि के अनुसार, ज्योतिर्लिंग की पूजा करते हैं तो इससे आपको शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है।

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग

ज्योतिर्लिंगों 12 में से सबसे पहला ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के सौराष्ट्र नगर में अरब सागर के तट स्थित है। इसे सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। इस ज्योतिर्लिंग को मेष राशि के जातकों के लिए अधिक शुभ माना गया है। ऐसे में मेष राशि के जातकों को सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का पंचामृत से अभिषेक करने से विशेष लाभ मिल सकता है।

शैल मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग

आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में श्री शैलम नाम के पर्वत पर शैल मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग स्थापित है। वृषभ राशि वालों के लिए इस ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में इस राशि के जातकों शैल मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने जरूर जाना चाहिए।

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। इस ज्योतिर्लिंग का संबंध मिथुन राशि से माना गया है। ऐसे में मिथुन राशि के जातकों को शिव जी को मंत्रों का जप कर इसकी आराधना करनी चाहिए।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भी मध्य प्रदेश में स्थित है। यह इंदौर के पास नर्मदा नदी के किनारे स्थित है। कर्क राशि के जातकों को इसके दर्शन करने से विशेष लाभ मिल सकता है।

बैजनाथ ज्योतिर्लिंग

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर में स्थित है। इसे वैद्यनाथ शिवलिंग के नाम से जाना जाता है। इस शिवलिंग की पूजा, सिंह राशि के लोगों के लिए विशेष फलदायक मानी गई है।

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र से थोड़ी दूर सहाद्रि नामक पर्वत पर स्थिति है। माना जाता है कि कन्या राशि के जातक इस ज्योतिर्लिंग पर दूध अर्पित करते हैं, तो उनकी इच्छाओं की पूर्ति जल्द होती है।

रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग

तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित रामेश्वर ज्योतिर्लिंग चार धामों में से भी एक माना गया है। वहीं, तुला राशि के लोगों के लिए इस शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। ऐसा करने से आपका दांपत्य जीवन सुखी बना रहेगा।

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग

12 ज्योतिर्लिंग में 10वां स्थान नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का आता है, जो गुजरात के द्वारका स्थित है। जहां वृश्चिक राशि के लोगों द्वारा शमी और बेलपत्र आदि अर्पित करने से जीवन में लाभ देखने को मिल सकता है।

काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग

वाराणसी में काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। माना जाता है कि धनु राशि के जातकों द्वारा इस शिवलिंग पर दूध का अभिषेक करने से आपके सभी कष्ट दूर हो सकते हैं।

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग

श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक से कुछ पर ब्रह्म गिरि नामक पर्वत के पास स्थित है। इस शिवलिंग पर मकर राशि के जातकों को गंगाजल में गुड़ मिलाकर अभिषेक करने से शिव जी की कृपा प्राप्त हो सकती है।

केदारनाथ ज्योतिर्लिंग

केदारनाथ ज्योतिर्लिंग पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जो उत्तराखंड में मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना कुंभ राशि के जातकों के लिए बहुत लाभकारी मानी गई है। इस राशि के जातकों को शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए।

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है। यह भी भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मीन राशि के जातकों के लिए इस ज्योतिर्लिंग की पूजा विशेष महत्व रखती है। ऐसे में आप इच्छापूर्ति के लिए दूध में केसर डालकर शिवलिंग अभिषेक कर सकते हैं।

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