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Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर 'जयंती योग' समेत बन रहे हैं ये 5 शुभ योग, प्राप्त होगा अक्षय फल

Janmashtami 2023 ज्योतिषियों की मानें कई दशकों के बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है जब बुधवार के दिन अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र पड़ रहा है। इसके अलावा आज जन्माष्टमी तिथि पर दुर्लभ जयंती योग समेत 5 शुभ योग बन रहे हैं। इन योगों में बाल गोपाल की पूजा करने से सुख समृद्धि और धन में वृद्धि होती है। साथ ही साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 06 Sep 2023 01:51 PM (IST)
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Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर 'जयंती योग' समेत बन रहे हैं ये 5 शुभ योग, प्राप्त होगा अक्षय फल
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Janmashtami 2023: सनातन पंचांग के अनुसार, हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व आज (6 सितंबर) मनाया जा रहा है। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में उपस्थित हैं। ज्योतिषियों की मानें कई दशकों के बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है, जब बुधवार के दिन अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र पड़ रहा है। इसके अलावा, आज जन्माष्टमी तिथि पर दुर्लभ जयंती योग समेत 5 शुभ योग बन रहे हैं। इन योगों में बाल गोपाल की पूजा करने से सुख, समृद्धि और धन में वृद्धि होती है। साथ ही साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, इन 5 शुभ योगों के बारे में जानते हैं-

जन्माष्टमी शुभ योग

  • ज्योतिषियों की मानें तो जन्माष्टमी पर पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। अतः कृष्ण जन्माष्टमी तिथि पर किसी भी समय शुभ कार्य कर सकते हैं।
  • आज जन्माष्टमी पर हर्षण योग भी बन रहा है। पंचांग के अनुसार, आज देर रात 10 बजकर 26 मिनट तक हर्षण योग है। ज्योतिष हर्षण योग को शुभ मानते हैं। इस योग में भी शुभ कार्य कर सकते हैं।
  • आज रवि योग भी बना है। यह योग प्रातः काल 09 बजकर 20 मिनट तक था। इस समय में भी शुभ कार्य करने की अनुमति होती है। साथ ही रवि योग में भगवान नारायण की पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
  • ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र पड़ने के शुभ संयोग को जयंती योग कहा जाता है। इस योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से जन्म जन्मांतर में किए गए पाप कट जाते हैं। यह शुभ संयोग एक दशक के पश्चात बना है। पंचांग के अनुसार, आज प्रातः काल 09 बजकर 21 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र शुरू होकर अगले दिन यानी 07 सितंबर को सुबह 04 बजकर 05 मिनट तक है। कुल मिलाकर कहें तो पूरे दिन रोहिणी नक्षत्र है।
  • ग्रह राशि परिवर्तन की स्थिति देखने से पता चलता है कि सूर्य और बुध दोनों आज सिंह राशि में उपस्थित हैं। इससे बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। बुधादित्य योग को बेहद शुभ माना जाता है। इस शुभ योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से साधक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। साथ ही सुख, समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है।
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहे।