Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Aaj ka Panchang 01 January 2024: साल 2024 के पहले दिन 'आयुष्मान' योग का हो रहा है निर्माण, पढ़ें पंचांग

Aaj ka Panchang 01 January 2024 धार्मिक मान्यता है कि सोमवार के दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा करने से साधक को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में मंगल का आगमन होता है। ज्योतिषियों की मानें तो आज आयुष्मान योग समेत कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 01 Jan 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
Aaj ka Panchang 01 January 2024: साल 2024 के पहले दिन दुर्लभ 'आयुष्मान' योग का हो रहा है निर्माण

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 01 January 2024: साल 2024 का आज प्रथम दिन (सोमवार) है। सनातन धर्म में सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से साधक को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में मंगल का आगमन होता है। ज्योतिषियों की मानें तो आज आयुष्मान योग समेत कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इन योग में देवों के देव महादेव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

शुभ मुहूर्त

पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि दोपहर 02 बजकर 28 मिनट तक है। इसके पश्चात, षष्ठी तिथि शुरू हो जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो आज 'आयुष्मान' योग समेत 3 शुभ संयोग बन रहे हैं। ज्योतिष इन योग को शुभ मानते हैं। इन योग में देवों की देव महादेव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

योग

आज पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर 'आयुष्मान' योग का निर्माण हो रहा है। आयुष्मान योग दिन भर है। इसके अलावा, आज तैतिल और गर करण का भी निर्माण हो रहा है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 35 मिनट पर

चन्द्रोदय- देर रात 10 बजकर 25 मिनट पर

चंद्रास्त- सुबह 10 बजकर 51 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 19 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 02 बजकर 49 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 32 मिनट से 06 बजे तक...

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - सुबह 08 बजकर 31 मिनट से 09 बजकर 49 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से 03 बजे तक

दिशा शूल - पूर्व

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन

सर्दी में उत्पन्न वायु-प्रधान रोगों में चन्द्र देव के मंत्र जप से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है

मंत्र:

ॐ चन्द्रो में चान्द्रमसान् रोगानपहरतु ।

औषधिनाथाय वै नम:।

ॐ स्वात्मसम्बन्धिन: सर्वत: सर्वरोगान् शमय शमय तत्रैव पातय पातय ।

शक्तिं चोद्भावयोद्भावय ।।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।