Move to Jagran APP

Aaj Ka Panchang 02 July 2024: आज है योगिनी एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, पढ़ें दैनिक पंचांग

आज आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि सुबह 08 बजकर 46 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 02 July 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं -

By Jagran News Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Tue, 02 Jul 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
Aaj Ka Panchang 02 July 2024: आज का पंचांग -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 02 July 2024: आज योगिनी एकादशी मनाई जा रही है। यह शुभ दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना व उपवास रखते हैं उन्हें सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। आज के दिन की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

Aaj Ka Panchang 02 July 2024: आज का पंचांग -

पंचांग के अनुसार, आज आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि सुबह 08 बजकर 46 मिनट तक रहेगी।

ऋतु - वर्षा

चन्द्र राशि - मेष

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 31 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 25 मिनट पर

चंद्रोदय - मध्य रात्रि 02 बजकर 40 मिनट पर

चंद्रास्त - दोपहर 04 : 09 बजे।

शुभ मुहूर्त

त्रिपुष्कर योग - सुबह 08 बजकर 42 मिनट से अगले दिन सुबह 04 बजकर 40 मिनट तक

सर्वार्थ सिद्धि योग - 05 बजकर 27 मिनट से अगले दिन सुबह 04 बजकर 40 मिनट तक

ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 07 मिनट से 04 बजकर 47 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 22 मिनट से 07 बजकर 42 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक।

अशुभ समय

राहु काल - दोपहर 03 बजकर 58 मिनट से 05 बजकर 38 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 26 मिनट से 02 बजकर 08 मिनट तक।

दिशा शूल - उत्तर

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद।

चन्द्रबल

मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुंभ।

यह भी पढ़ें: Jagannath Rath Yatra 2024: इस वजह से 12 साल में बदली जाती हैं भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा, जानें इसके पीछे का रहस्य

अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।