Move to Jagran APP

Aaj ka Panchang 09 May 2024: गुरुवार व्रत पर दुर्लभ 'शोभन' योग समेत बन रहे हैं ये 4 संयोग, पढ़ें आज का पंचांग

गुरुवार के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन गुरुवार का व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है। ज्योतिषियों की मानें तो वैशाख शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार पर शोभन योग का निर्माण हो रहा है।

By Jagran News Edited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 09 May 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
Aaj ka Panchang 09 May 2024: गुरुवार व्रत पर दुर्लभ 'शोभन' योग समेत बन रहे हैं ये 4 संयोग
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 09 May 2024: सनातन धर्म में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही गुरुवार का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को अविवाहित एवं विवाहित महिलाएं करती हैं। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से विवाहित महिलाओं के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। वहीं, अविवाहित जातकों की शीघ्र शादी के योग बनते हैं। पंडित हर्षित शर्मा जी की मानें तो वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग और राहुकाल जानते हैं-

आज का पंचांग (Panchang 09 May 2024)

योग

ज्योतिषियों की मानें तो वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार पर शोभन योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक है। इस दिन शिववास का योग भी बन रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 21 मिनट से हो रहा है। साथ ही बव और बालव करण योग बन रहे हैं। इन दोनों योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनचाहा वर मिलता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 01 मिनट पर

चन्द्रोदय- सुबह 06 बजकर 07 मिनट पर

चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 39 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 10 मिनट से 04 बजकर 52 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से 03 बजकर 26 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजे से 07 बजकर 21 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक

अशुभ समय

राहु काल - दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक

गुलिक काल - सुबह 08 बजकर 56 मिनट से दोपहर 10 बजकर 37 मिनट तक

दिशा शूल - दक्षिण

ताराबल

भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

वृषभ, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'