Aaj Ka Panchang 09 September 2024: आज मनाई जा रही है स्कंद षष्ठी, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
पंचांग (Aaj Ka Panchang) के अनुसार हर महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस तिथि पर महादेव के पुत्र भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ था। भाद्रपद महीने में 09 सितंबर को स्कंद षष्ठी है। इसी दिन ऋषि पंचमी व्रत का पारण भी किया जाएगा। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 09 September 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, 09 सितंबर का दिन बहुत शुभ माना जा रहा है। इस दिन सोमवार पड़ रहा है, क्योंकि सनातन धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। मान्यता है कि अविवाहित लड़कियों के द्वारा सोमवार व्रत करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर कई योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा आज भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि स्कंद षष्ठी का पर्व भी मनाया जाएगा और ऋषि पंचमी व्रत का पारण भी किया जाएगा।
आज का पंचांग (Panchang 09 September 2024)
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि षष्ठी रात को 09 बजकर 48 मिनट पर समाप्त होगी। इसके बाद सप्तमी तिथि की शुरुआत होगी।
पंचांग
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 03 मिनट परसूर्यास्त - शाम 06 बजकर 33 मिनट परचन्द्रोदय- सुबह 11 बजकर 21 मिनट पर
चंद्रास्त- शाम 09 बजकर 53 मिनट परब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 31 मिनट से 05 बजकर 17 मिनट तकविजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 23 मिनट से 03 बजकर 13 मिनट तकगोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 33 मिनट से 06 बजकर 56 मिनट तकयह भी पढ़ें: Skanda Sashti 2024: भाद्रपद माह में कब है स्कंद षष्ठी? अभी नोट करें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
अशुभ समय
राहु काल - सुबह 07 बजकर 37 मिनट से 09 बजकर 11 मिनट तकगुलिक काल - सुबह 01 बजकर 52 मिनट से 03 बजकर 25 मिनट तकदिशा शूल - पूर्वताराबल
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवतीचन्द्रबल
मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकरस्कंद भगवान पूजन मंत्र
- देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव। कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥
- ॐ शारवाना-भावाया नम: ज्ञानशक्तिधरा स्कंदा वल्लीईकल्याणा सुंदरा देवसेना मन: कांता कार्तिकेया नामोस्तुते।