Aaj ka Panchang 11 April 2024: चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन बन रहे हैं शुभ और अशुभ योग, पढ़ें दैनिक पंचांग
आज 11 अप्रैल 2024 गुरुवार का दिन है। पंचांग के अनुसार आज इस दिन पर चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि है। साथ ही इस दिन मत्स्य जयन्ती गणगौर पूजा और चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन है। चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग और जानते हैं शुभ मुहूर्त और राहुकाल के विषय में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaitra Navratri Panchang 2024: आज 11 अप्रैल 2024, गुरुवार का दिन है। पंचांग के अनुसार, आज इस दिन पर चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि है। साथ ही इस दिन मत्स्य जयन्ती, गणगौर पूजा और चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन है। चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। इस तिथि पर कई शुभ और अशुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग।
यह भी पढ़ें: Matsya Jayanti 2024: मत्स्य जयंती पर करें भगवान नारायण के नामों का मंत्र जप, आय और सौभाग्य में होगी वृद्धि
आज का पंचांग (Panchang 11 April 2024)
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त - दोपहर 03 बजकर 05 मिनट पर
नक्षत्र - कृत्तिका
वार - गुरुवारऋतु - बसंतशुभ समयब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 30 मिनट से 05 बजकर 15 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 21 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 44 मिनट से 07 बजकर 06
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तकअमृत काल - सुबह 11 बजकर 23 मिनट से 12 अप्रैल दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तकअशुभ समयराहुकाल - दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 03 बजकर 33 मिनट तकगुलिक काल - सुबह 09 बजकर 10 मिनट से 10 बजकर 46 मिनट तकदिशा शूल - दक्षिण
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवतीराशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भसूर्योदय और सूर्यास्त का समयसूर्योदय - सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर
सूर्यास्त - सुबह 06 बजकर 45 मिनट परचंद्रोदय - सुबह 07 बजकर 34 मिनट परचन्द्रास्त - रात 09 बजकर 59 मिनट परचन्द्र राशि - मेषयह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को है समर्पित, जानें कैसा है इनका का स्वरूप
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'