Aaj ka Panchang 14 November 2024: आज मनाया जा रहा है बैकुण्ठ चतुर्दशी का पर्व, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त
आज यानी 14 नवंबर को बैकुण्ठ चतुर्दशी का पर्व मनाया जा रहा है। मान्यता है कि वैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन श्रीहरि और महादेव की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। आज कई शुभ योग ( Vaikuntha Chaturdashi 2024 Shubh Yog) भी बन रहे हैं तो चलिए पंचांग (Aaj ka Panchang 2024) से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि आज यानी 14 नवंबर को है। इस तिथि पर हर साल वैकुण्ठ चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा का विधान है। मान्यता है कि उपासना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 14 November 2024)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 43 मिनट परसूर्यास्त - शाम 05 बजकर 28 मिनट पर
चंद्रोदय- दोपहर 04 बजकर 10 मिनट परचंद्रास्त- 14 नवंबर को सुबह 05 बजकर 53 मिनट पर
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वार - गुरुवारऋतु - शरदशुभ समय (Today Shubh Muhurat)ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 57 मिनट से 05 बजकर 50 मिनट तकविजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तकगोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 28 मिनट से 05 बजकर 54 मिनट तकअशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 01 बजकर 26 मिनट से 02 बजकर 47 मिनट तक।गुलिक काल - सुबह 09 बजकर 24 मिनट से 10 बजकर 45 मिनट तक।दिशा शूल - दक्षिणनक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भयह भी पढ़ें: Sankashti Chaturthi 2024: इस चालीसा के पाठ से विवाह में आ रही बाधा होगी दूर, जल्द बजेगी शहनाईअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।