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Aaj ka Panchang 21 December 2023: मार्गशीर्ष गुरुवार पर 'वरीयान' योग समेत बन रहे हैं ये 5 संयोग, पढ़ें पंचांग

Aaj ka Panchang 21 December 2023 आज गुरुवार 21 दिसंबर है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की अर्चना की जाती है। साथ ही कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत करने हेतु देवगुरु बृहस्पति की पूजा-उपासना की जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो आज सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग समेत कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग और राहुकाल जानते हैं-

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 21 Dec 2023 06:00 AM (IST)
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Aaj ka Panchang 21 December 2023: मार्गशीर्ष गुरुवार पर 'वरीयान' योग समेत बन रहे हैं ये 5 अद्भुत संयोग

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 21 December 2023: सनातन धर्म में गुरुवार के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही गुरुवार का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि गुरुवार का व्रत करने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो आज रवि योग समेत कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग और राहुकाल जानते हैं-

शुभ मुहूर्त

मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि सुबह 09 बजकर 37 मिनट तक है। इसके पश्चात, दशमी तिथि शुरू हो जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो आज 'रवि' योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही 'कौलव' तैतिल और गर करण का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष इन योग को शुभ मानते हैं। इन योग में शुभ कार्य कर सकते हैं।

योग

आज मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी और दशमी तिथि पर 'रवि' 'वरीयान' और 'सर्वार्थ सिद्धि योग' का निर्माण हो रहा है। रवि और सर्वार्थ योग का निर्माण दिन भर है। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को सभी कार्यों में सिद्धि मिलती है। आज रुद्राभिषेक के लिए समय प्रातः काल 09 बजकर 37 मिनट तक है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 09 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 29 मिनट पर

चन्द्रोदय- दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर

चंद्रास्त- देर रात 02 बजकर 22 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 20 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से 02 बजकर 43 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 26 मिनट से 05 बजकर 53 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - दोपहर 01 बजकर 36 मिनट से 02 बजकर 54 मिनट तक

गुलिक काल - सुबह 09 बजकर 44 मिनट से 11 बजकर 02 मिनट तक

दिशा शूल - दक्षिण

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।