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Aaj Ka Panchang 22 October 2024: कार्तिक माह के पहले मंगलवार पर बन रहा है शिव योग, नोट करें शुभ मुहूर्त और पढ़ें पंचांग

आज कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि मध्य रात्रि 01 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 22 October 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Tue, 22 Oct 2024 06:00 AM (IST)
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Aaj Ka Panchang 22 October 2024: आज का पंचांग।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 22 October 2024: आज मंगलवार का दिन है। यह पूर्ण रूप से भगवान हनुमान और ग्रह मंगल को समर्पित है। ऐसा कहा जाता कि जो साधक इस दिन भाव के साथ पवन पुत्र की पूजा करते हैं, उन्हें धन, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता आती है। आज के दिन की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

Aaj Ka Panchang 22 October 2024: आज का पंचांग -

पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि मध्य रात्रि 01 बजकर 28 मिनट तक रहेगी।

ऋतु - शरद

चन्द्र राशि - मिथुन

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 37 मिनट पर

चंद्रोदय - रात 09 बजकर 49 मिनट पर

चन्द्रास्त - सुबह 11 बजकर 35 मिनट पर।

शुभ मुहूर्त

शिव योग - पूरे दिन

ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 45 मिनट से 05 बजकर 36 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से 0 2 बजकर 43 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 13 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक।

अशुभ समय

राहु काल - दोपहर 03 बजकर 01 मिनट से शाम 04 बजकर 21 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से 01 बजकर 28 मिनट तक।

दिशा शूल - उत्तर

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद।

चन्द्रबल

मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु, मकर।

हनुमान जी को ऐसे करें प्रसन्न -

1. ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा!

2. ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय

प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

3.ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय

सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।