Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Aaj Ka Panchang 8 March 2024: जानिए महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, पढ़ें दैनिक पंचांग

आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि रात्रि 10 बजे तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए पंडित पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 8 March 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं -

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Fri, 08 Mar 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
Aaj ka Panchang 8 March 2024: आज का पंचांग -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 8 March 2024: आज महाशिवरात्रि मनाई जा रही है। यह दिन भगवान शंकर की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता है, जो भक्त इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ देवों के देव महादेव की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आज के दिन की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार है -

Aaj ka Panchang 8 March 2024: आज का पंचांग -

पंचांग के अनुसार, आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि रात्रि 10 बजे तक रहेगी।

ऋतु - बसंत

चन्द्र राशि - मकर

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 48 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 26 मिनट पर

चंद्रोदय - सुबह 05 बजकर 49 मिनट पर

चंद्रास्त - दोपहर 04 : 10 बजे।

शुभ मुहूर्त

सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक

अमृत काल - रात्रि 10 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 08 मिनट तक

ब्रह्म मुहूर्त - 05 बजकर 01 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 17 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 23 मिनट से 06 बजकर 48 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक।

अशुभ समय

राहुकाल - सुबह 11 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक

गुलिक काल - सुबह 08 बजकर 06 मिनट से 09 बजकर 35 मिनट तक।

दिशा शूल - पश्चिम

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद।

चन्द्रबल

मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन।

यह भी पढ़ें: Mahashivratri 2024: यहां जानिए भगवान शिव को त्रिपुंड लगाने का सही नियम, मिलेगी शिव परिवार की कृपा

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।