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Aate Ke Diya: पैसों की तंगी से मुक्ति के लिए करें आटे के दीपक संबंधी ये उपाय, खुल जाएगी किस्मत

Aate Ka Diya मांगलिक कार्यों से लेकर किसी भी शुभ काम में आटे के दीपक को जरूर जलाया जाता है। क्योंकि इससे सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है। इसलिए इसे जलाने से देवी-देवता अति प्रसन्न होते हैं। जानिए आटे के दीपक संबंधी उपाय।

By Shivani SinghEdited By: Updated: Thu, 22 Dec 2022 10:41 AM (IST)
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Aate Ke Diya: पैसों की तंगी से मुक्ति के लिए करें आटे के दीपक संबंधी ये उपाय, खुल जाएगी किस्मत
नई दिल्ली, Aate Ke Diye: हिंदू धर्म में पूजा के समय दीपक जलाना जरूरी माना जाता है। इसी कारण देवी-देवता की पूजा करते समय घी या फिर तेल का दीपक जलाया जाता है। आमतौर पर घरों में पीतल, चांदी या फिर मिट्टी के दीपक जलाए जाते हैं। इसके अलावा आटे से बने दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि आटे के दीपक किसी मनोकामना के लिए जलाया जाता है। इसके अलावा आप चाहे तो इन उपायों को अपनाकर जीवन में खुशियां ही खुशियां ला सकते हैं।

हनुमान जी करेंगे कामना पूर्ण

शास्त्रों के अनुसार, अगर आपकी कोई मनोकामना है, तो आटे के दीपक बनाकर उसमें घी और बत्ती डालकर हनुमान जी के समक्ष जला दें। ऐसा करने से आपके ऊपर हनुमान जी की विशेष कृपा होगी।

शनि ग्रह शांत करने के लिए

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर आटे का दीपक जलाएं। ऐसा करने से कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही शनि साढ़े साती और ढैय्या का दुष्प्रभाव भी कम होगा।

आर्थिक स्थिति के लिए

अगर आपको पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो 11 दिन का संकल्प लेकर रोजाना मां लक्ष्मी के सामने आटे से बना दीपक जलाएं। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

मां लक्ष्मी की कृपा के लिए

मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए मां लक्ष्मी के समक्ष आटे के दीपक में थोड़ा सा हल्दी मिलाकर जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होगी।

शनि साढ़े साती और ढैय्या

कुंडली में मौजूद शनि साढ़े साती और ढैय्या के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर आटे के दीपक में सरसों के तेल से दीपक जलाएं। इससे लाभ मिलेगा।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।