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Adhik Maas 2023: मलमास के समापन से पहले जरूर कर लें ये काम, बनी रहेगी लक्ष्मी मां की कृपा

Adhik Maas 2023 धार्मिक महत्व के साथ-साथ मलमास का यह महीना ज्योतिष शास्त्र में भी विशेष महत्व रखता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अधिकमास में कुछ विशेष उपाय करने से लक्ष्मी मां की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है। आइए जानते हैं कि वह कौन-से काम है जिन्हें मलमास में करने से धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 08 Aug 2023 03:34 PM (IST)
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Adhik Maas 2023 अधिक मास के खास उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म। Adhik Maas 2023: जिस प्रकार से सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित है, ठीक उसी प्रकार पुरुषोत्तम मास का यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। श्रावण मास के बीच 18 जुलाई से अधिक मास लग रहा है और इसका समापन 16 अगस्त 2023 को होगा। सावन में अधिक मास का संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है इसे मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। इस माह में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।

जलाएं अखंड ज्योति

घर के मंदिर में लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर के सामने अखंड ज्योत प्रज्वलित करें। इसके साथ ही 11 कन्याओं को भोजन कराने से धन की देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है।

मिलेगी लक्ष्मी जी की कृपा

हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र माना गया है। ऐसे में अधिक मास में शुक्रवार के दिन शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का जलाभिषेक करें। ऐसा करने पर श्री हरि की तो कृपा प्राप्त होगी ही, साथ ही माता लक्ष्मी भी आपसे प्रसन्न होंगी। अधिकमास में शाम के समय दरवाजे पर दीपक जरूर जलाएं। ऐसा माना जाता है कि दरवाजे पर दीपक जलाने से घर में माता लक्ष्मी का आगमन होता है।  

तुलसी जी में अर्पित करें जल

सनातन धर्म में तुलसी जी का विशेष महत्व है। इसमें माता लक्ष्मी का वास माना गया है। इसलिए अधिक मास में सुबह स्नान आदि के बाद तांबे के लोटे से तुलसी में जल अर्पित करना चाहिए। तुलसी में जल अर्पित करने के बाद उनकी परिक्रमा करते हुए ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः मंत्र का जाप करें। भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी