Adhik Maas 2023: अधिक मास के आखिरी दिनों में इन बातों का रखें ध्यान, प्राप्त होंगे शुभ फल
Adhik Maas 2023 पुरुषोत्तम मास भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित है। श्रावण मास के बीच 18 जुलाई से अधिक मास लग चुका है और इसका समापन 16 अगस्त 2023 को होगा। अधिक मास के समाप्त होने में केवल कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में कुछ खास उपाय द्वारा आप भगवान विष्णु के कृपा पात्र बन सकते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 14 Aug 2023 12:09 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। Adhik Maas 2023: पुरुषोत्तम मास या अधिक मास में भगवान विष्णु की आराधना करने से उनकी कृपा दृष्टि भक्तों पर बनी रहती है। सावन में अधिक मास का संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है। इसे मलमास भी कहा जाता है। इस माह में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। आइए जानते हैं मलमास या पुरुषोत्तम मास के दौरान क्या करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
दान-पुण्य का काम करें
धर्म-कर्म के कार्यों के लिए अधिक मास बेहद उपयोगी माना गया है। इस माह में दान-पुण्य के कार्य करने चाहिए और भगवान कृष्ण और नरसिंह भगवान की कथाओं को सुनना चाहिए। इस दौरान श्रीमद्भगवद्गीता, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ, राम कथा और गीता का अध्याय करें। सुबह और शाम के समय 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।
तुलसी जी में अर्पित करें जल
सनातन धर्म में तुलसी जी का विशेष महत्व है। इसमें माता लक्ष्मी का वास माना गया है। इसलिए अधिक मास में सुबह स्नान करने के बाद तांबे के लोटे से तुलसी में जल अर्पित करें इसके बाद तुलसी जी की परिक्रमा करते हुए ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः मंत्र का जाप करें। भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें।इन बातों का रखें ध्यान
अधिक मास में दीपदान करने का विशेष महत्व है। साथ ही इस माह एक बार ध्वजा दान भी अवश्य करना चाहिए। इस अवधि में सामाजिक व धार्मिक कार्य, वृक्ष लगाना, सेवा कार्य करने चाहिएं। साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखें कि अधिक मास में शारीरिक और मानसिक रूप से किसी का अहित नहीं करना चाहिए। इस माह अपशब्द, क्रोध, गलत कार्य करना, चोरी, असत्य बोलना, गृहकलह आदि से बचना चाहिए।
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