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Akshaya Tritiya 2024: इस साल कब है अक्षय तृतीया? जानें, शुभ मुहूर्त, योग एवं धार्मिक महत्व

सनातन पंचांग के अनुसार वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई को सुबह 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 11 मई को देर रात 02 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार 10 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस दिन पूजा का शुभ समय सुबह 05 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 03 Apr 2024 09:00 AM (IST)
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Akshaya Tritiya 2024: इस साल कब है अक्षय तृतीया? जानें, शुभ मुहूर्त, योग एवं धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Akshaya Tritiya 2024: हर वर्ष वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। तदनुसार, इस साल 10 मई को अक्षय तृतीया है। सोने की खरीदारी के लिए अक्षय तृतीया बेहद शुभ होता है। इस दिन सोने की खरीदारी से घर में सुखों का आगमन होता है। ज्योतिषियों की मानें तो अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त भी कहा जाता है। इसका तात्पर्य यह है कि अक्षय तृतीया पर बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। आइए, अक्षय तृतीया की तिथि, शुभ मुहूर्त एवं योग के बारे में जानते हैं-

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तिथि एवं शुभ मुहूर्त

सनातन पंचांग के अनुसार, वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई को सुबह 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 11 मई को देर रात 02 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार 10 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस दिन पूजा का शुभ समय सुबह 05 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक है। इस दौरान साधक पूजा उपासना कर सकते हैं। इस समय में पूजा करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होगी। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने के लिए शुभ समय 10 मई को दिन भर है। इसके अलावा, संध्या काल से निशा काल तक स्वर्ण की खरीदारी कर सकते हैं।

शुभ योग

अक्षय तृतीया पर सुकर्मा योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 11 मई को सुबह 10 बजकर 03 मिनट तक है। इस दिन रवि योग का भी निर्माण हो रहा है, जो दिन भर है। वहीं, अक्षय तृतीया के दिन अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक है।

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डिस्क्लेमर-''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'