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Ashadha Amavasya पर तुलसी में चढ़ाएं ये चीजें, धन-धान्य से भर जाएगा घर

प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमावस्या कहा जाता है। यह तिथि माह की सबसे महत्वपूर्ण तिथियों से एक है। यह तिथि पितरों के लिए समर्पित मानी गई है। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की भी पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन आप तुलसी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करके सुख-समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Thu, 04 Jul 2024 09:00 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2024 09:00 PM (IST)
Ashadha Amavasya Tulsi Upay तुलसी में चढ़ाएं ये चीजें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई साधक अमावस्या तिथि पर भगवान श्री हरि और माता लक्ष्मी के निमित्त व्रत आदि भी करते हैं। ऐसा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। साथ ही इस दिन किए गए उपायों से पितृ भी प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि पर किए गए तुलसी के उपाय आपको ढेरों लाभ दिला सकते हैं।

आषाढ़ अमावस्या शुभ मुहूर्त (Amavasya Shubh Muhurat)

आषाढ़ माह की अमावस्या तिथि 05 जुलाई, 2024 को प्रातः 04 बजकर 57 मिनट पर प्रारंभ हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 06 जुलाई को प्रातः 04 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में साल 2024 की आषाढ़ अमावस्या 05 जुलाई, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी।

प्रसन्न होंगी मां लक्ष्मी

भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय मानी गई है। ऐसे में यदि आप अमावस्या तिथि पर एक पीले धागे में 108 गांठ लगाकर उसे तुलसी के गमले से बांधते हैं, तो उस मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। इसके साथ ही आप अमावस्या तिथि पर तुलसी पर लाल कलावा भी बांध सकते हैं। यह भी मनोकामना पूर्ति के लिए एक अच्छा उपाय माना गया है।

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तुलसी माता की मिलेगी कृपा

अमावस्या के दिन माता तुलसी को लाल चुनरी भी जरूर अर्पित करनी चाहिए। इसके साथ ही आप तुलसी में कच्चा दूध भी अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से धन्य-धान्य में वृद्धि होती है। वहीं शाम के समय तुलसी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और परिक्रमा करें। इससे आपके और आपके परिवार के ऊपर तुलसी माता का आशीर्वाद बना रहता है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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