गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा-व्रत करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने से जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं और घर में खुशियों का आगमन होता है। ज्योतिष शास्त्र में गुप्त नवरात्र के उपाय का वर्णन है। ऐसा माना जाता है कि गुप्त नवरात्र के दौरान इन उपाय के जरिए साधक को सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ashadha Gupt Navratri 2024 Niyam: सनातन धर्म में नवरात्र के पर्व का बेहद खास महत्व है। इस दौरान मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही दुखों को दूर करने के लिए व्रत भी किया जाता है। प्रत्येक वर्ष 4 बार नवरात्र का त्योहार मनाया जाता है, जिसमें से 2 प्रकट नवरात्र और 2 गुप्त नवरात्र होते हैं। प्रकट नवरात्र चैत्र और आश्विन माह में होते हैं। वहीं, गुप्त नवरात्र माघ और आषाढ़ माह में पड़ते हैं।
गुप्त नवरात्र के उपाय (Gupt Navratri Ke Upay)
-
यदि आप अपने विवाह में कोई बाधा का सामना कर रहे हैं, तो गुप्त नवरात्र में पूजा के दौरान मां दुर्गा को फूल और सिंदूर अर्पित करें। साथ ही शीघ्र विवाह की कामना करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से जल्द विवाह के योग बनते हैं।
-
धन संबंधी समस्या को दूर करने के लिए गुप्त नवरात्र में फिटकरी को काले कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वारा पर बांध दें। ज्योतिष के अनुसार, इस कार्य को करने से इंसान को धन की प्राप्ति होती है और जीवन में कभी भी धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही कर्ज से मुक्ति मिलती है।
- नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा कर फल और मिठाई का भोग लगाया जाता है। ऐसे में आप नवरात्र में माता रानी की तस्वीर घर लाएं। इससे परिवार सदस्यों पर सदैव माता रानी की कृपा बनी रहती है और धन धान्य में वृद्धि होती है।
कब से शुरू हो रहे हैं गुप्त नवरात्र 2024 (Gupt Navratri 2024 Start Date and Date)
पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 06 जुलाई को सुबह 04 बजकर 26 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 07 जुलाई को सुबह 04 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्र 06 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक है।
यह भी पढ़ें: Budh Pradosh Vrat 2024: जुलाई के पहले प्रदोष व्रत पर इस तरह करें भोलेनाथ को प्रसन्न, पूरी होगी हर मनोकामना
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।